दिलदारनगर का प्रमुख उत्सव बुढ़वा मंगल यानी महावीरी झंडा जुलूस मंगलवार को देव प्रबंध समिति की ओर से हनुमान मंदिर से विधिपूर्वक पूजन-अर्चन के बाद सुबह 11 बजे निकाला गया। इसमें हाथी, घोड़ा और ऊंट जुलूस की शोभा बढ़ा रहे थे। जुलूस में सर्वधर्म समभाव का माहौल देखने को मिला। लोग एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाकर बाजा की धुन पर थिरकते हुए आगे बढ़ रहे थे।
बुढ़वा मंगल जुलूस दिलदारनगर गांव होते हुए बिनपुरवा पहुंचा। पालकी में विराजमान हनुमंत लला जब होली खेलने निकले तो लोग अबीर गुलाल लगाकर बैंड बाजे संग ढोल नगाड़ों की थाप पर झूमते हुए थाने पहुंचे। वहां तहसीलदार सेवराई रामजी, क्षेत्राधिकारी हितेंद्र कृष्ण व थाना निरीक्षक कमलेश पाल ने भव्य ढंग से स्वागत किया। वहां से जुलूस नगर भ्रमण के लिए निकला तो मुस्लिम बंधु भी उत्साह से पूरी तरह लबरेज थे।
एक दूसरे से गले मिलकर गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल को पेश कर रहे थे। नगर में कई जगह लोगों को शर्बत व मिठाई खिलाकर स्वागत किया गया। जुलूस हुसैनाबाद पुलिया, सरैला चट्टी होते हुए देर शाम को पुन: हनुमान मंदिर पहुंचकर संपन्न हुआ। देव प्रबंध समिति के अध्यक्ष भिक्खी राम ने बताया कि वर्षों से बुढ़वा मंगल जुलूस पारंपरिक ढंग से सबके सहयोग से निकाला जाता है।
विद्युत आपूर्ति रही बंद
बुढ़वा मंगल जुलूस निकलने को लेकर विद्युत विभाग ने दिलदारनागर गांव सहित बाजार में सुबह 12 बजे से शाम छह बजे तक आपूर्ति बंद कर दिया। अवर अभियंता तापस कुमार ने बताया कि सप्लाई बंद होने की जानकारी उच्चाधिकारियों को भी दी गई थी। जुलूस की सुरक्षा को पुलिस-पीएसी तैनात
दिलदारनगर गांव से निकलने वाला बुढ़वा मंगल जुलूस को शांति पूर्वक संपन्न कराने को लेकर दिलदारनगर सहित जमानियां, नगसर, गहमर सहित छह थानों की फोर्स व पीएसी के जवान के अलावा आरपीएफ प्रभारी बाल गंगाधर व जीआरपी प्रभारी प्रवेश सिंह भी मौजूद रहे। थाना निरीक्षक कमलेश पाल ने बताया कि जुलूस को शांति पूर्वक संपन्न करा दिया गया।