खेतों के ऊपर से गुजरने वाले बिजली के तारों को लेकर विभाग ने सतर्कता बरतना शुरू कर दिया है। जिले भर में जहां-जहां ऐसे तार हैं, उन क्षेत्रों में एसडीओ समेत वहां के कर्मचारियों को विशेष निर्देश दिया गया है। साथ ही दोपहर के समय कटौती भी कराई जा रही है। इसके अलावा फायर स्टेशनों से भी संपर्क कर उन्हें अलर्ट रहने को कहा गया है।
अप्रैल के महीने में गेहूं की फसल लगभग तैयार होने लगती है। वहीं लू भी चलनी शुरू हो जाती है। ऐसे में तारों के आपस में स्पर्श होने से निकलने वाली चिंगारी से खेतों में तुरंत आग लग जाती है। इससे लाखों का नुकसान किसानों को उठाना पड़ता है। इस बारे में अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड प्रथम के मनीष कुमार ने बताया कि जहां-जहां खेतों के ऊपर से तार गुजर रहे हैं, उन क्षेत्रों में कटौती सिस्टम को अपनाया जा रहा है। वहीं गांव के लोगों को भी इसे प्रति जागरूक किया जा रहा है, ताकि वह भी अपनी फसल के प्रति सतर्क रहें। अगर ऐसी घटना होती है, तो वह तुरंत संबंधित स्टेशनों सूचित करें।
जमानियां में हुआ था ज्यादा नुकसान
शार्ट सर्किट से फसलों के जलने की घटना पिछले वर्ष जिले के जमानियां क्षेत्र के हरपुर गांव में ज्यादा हुई थी। इसमें करीब 50 से 60 बीघे में फसल जलकर नष्ट हो गया था। इसे पीड़ित किसानों को लाखों रुपये की क्षति हुई थी।
नवीन मंडी करती है जांच
फसलों के जलने पर क्षतिपूर्ति के लिए पहले बिजली विभाग की टीम सर्व कर रिपोर्ट तैयार करती थी, लेकिन अब यह कार्य नवीन मंडी समिति कर रही है। अगर आग से फसलें जलती हैं, तो नवीन मंडी की टीम सर्वे कर रिपोर्ट तैयार कर विभाग को सौंपती है, जहां इसे डीएम के पास भेजा जाता है, ताकि पीड़ित किसान को मुआवजा मिल सके।
फायर विभाग को किया गया अलर्ट
खेतों में तैयार हो रही फसलों को देखते हुए बिजली विभाग के अगलगी की घटना से बचने के लिए फायर स्टेशनों से संपर्क कर इसके प्रति सतर्क रहने को कहा है। विभागीय अधिकारी संबंधित क्षेत्रों के एसएसओ को निर्देशित किया है कि जहां भी ऐसी सूचना मिले, तत्काल फायर स्टेशनों को इससे सूचित कर मौके पर पहुंचने में मदद करें।