विधानसभा चुनाव के बाद अब पीडीए ने अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। पीडीए का बुलडोजर सोमवार को बाहुबली अतीक अहमद के कसारी मसारी स्थित आवास पर गरजा। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस व पीएसी के जवान भी मौजूद रहे। हालांकि भारी सुरक्षा को देखते हुए किसी प्रकार का कोई विरोध नहीं हुआ। अतीक के साथ ही उनके करीबी रहे खालिद जफर की अवैध प्लाटिंग पर भी पीडीए ने कार्रवाई की।
अवैध निर्माण और प्लाटिंग के खिलाफ शुरू हुई कार्रवाई के दूसरे दिन पीडीए के अधिकारी पहले से तय कार्यक्रम के अनुसार कई थानों की पुलिस फोर्स और पीएसी के जवानों के साथ अतीक अहमद के केसरिया रोड कसारी मसारी स्थित आवास पहुंचे। पीडीए द्वारा पूर्व में ध्वस्त कराने के बाद फिर से निर्माण कराए गए 10 फीट ऊंचे टिन द्वारा निर्मित चहारदीवारी तथा दो टिन शेड के निर्माण को ध्वस्त कराया।
इस दौरान मौके पर स्थानीय लोगों की भीड़ भी पीडीए की कार्रवाई को देखने पहुंची थी। हालांकि कार्रवाई के दौरान पीडीए को किसी प्रकार के विरोध का सामना नहीं करना पड़ा।
इसके बाद पीडीए के अधिकारी पूरी टीम और भारी पुलिस बल के साथ अतीक के करीबी खालिद जफर द्वारा मौजा भीटी में करीब 40 से 50 बीघे जमीन पर हुई अवैध प्लाटिंग को खाली कराने पहुंचे। टीम ने करीब 10 बीघा और गुड्डू ऊर्फ भूसा द्वारा 25 बीघा में हुई प्लाटिंग को खाली कराया।
इसके बाद पीडीए की टीम मौजा देवघाट पहुंची और वहां पर मुख्य मार्ग पर रमेश सिंह चौहान द्वारा अवैध रूप से निर्माण कराए जा रहे सुमित्रा गेस्ट हाउस को सील किया। इस दौरान जोनल अधिकारी (संयुक्त सचिव) अजय कुमार, विशेषकार्य अधिकारी आलोक कुमार पांडेय, क्षेत्रीय अवर अभियंता बीएनसिंह, अवर अभियंता राजेश अग्रवाल, क्षेत्रीय पुलिस बल एवं पीडीए प्रवर्तन टीम मौजूद रही।
अवैध प्लाटिंग स्वीकृत करा लें लेआउट, नहीं तो होगी कार्रवाई
पीडीए की ओर से अवैध प्लाटिंग के खिलाफ चल रही कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। पीडीए की ओर से अवैध रूप से हो रही प्लाटिंग की सूची तैयार कराई जा रही है। पीडीए सचिव अजीत कुमार सिंह के मुताबिक आम लोगों द्वारा कहीं भी अवैैध रूप से हो रही प्लाटिंग में जमीन क्रय कर ली जाती है।
बिना ले आउट के चल रही थी प्लाटिंग
अवैध प्लाटिंग के आधे-अधूरे विकास कार्य किए जाने के कारण लोगों को रहने के लिए जरूरी सुविधाएं जैसे नाली, सीवर, पानी, बिजली आदि से वंचित होना पड़ता है। दूसरी तरफ अवैध प्लाटिंग के खिलाफ पीडीए की ओर से लगातार कार्रवाई जारी रहती है। जिससे लोगों को कई तरह की दिक्कत का सामना करना पड़ता है। ऐसे में जरूरी है कि प्लाट लेते समय इस बात की जानकारी कर लें की उसका लेआउट पीडीए से पास है या नहीं।
दूसरी तरफ सचिव ने उन सभी अवैध प्लाटिंग करने वालों से पीडीए की तरफ से होने वाली कार्रवाई बचने के लिए प्राधिकरण में अपने प्लाटिंग वाले क्षेत्र का लेआउट जमा करके उसे स्वीकृत कराने का भी निर्देश दिया है। इसमें अवैध बरात घरों, कोचिंग संस्थानों, होटलों, अस्पतालों, नर्सिंगहोम संचालकों से भी शीघ्र मानचित्र स्वीकृत कराने की बात कही है।