स्थानीय स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर पांच के विस्तारीकरण का कार्य जहां आज भी अधूरा पड़ा है, वहीं प्लेटफार्म के बीच में जानलेवा गड्ढा खोदकर छोड़ दिये जाने से दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है।
इस स्टेशन को आदर्श स्टेशन के रूप में विकसित करने के लिए 21 अक्टूबर 2018 को पूर्व रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने 468.56 करोड की धनराशि अवमुक्त करायी थी। यही नहीं 540 मीटर लंबा नव निर्मित प्लेटफॉर्म नंबर पांच का विस्तारीकरण व उच्चीकरण, यात्री शेड, बाउंड्री वाल बनाने के लिए कार्य आरंभ कर दिया गया। तीन वर्ष बीतने के बाद कार्य बंद हो गया। इसके बाद से आजतक प्लेटफार्म का कार्य अधूरा पड़ा है।
इसे लेकर प्लेटफार्म पर दो जगह बड़ा-बड़ा गड्ढा खोदकर छोड़ दिया गया था। जहां आये दिन दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है। यात्री जान जोखिम में डालकर इधर से आते-जाते हैं। लोगों ने दानापुर मंडल रेल प्रबंधक से कार्य शुरू किए जाने की मांग की है। इस संबंध में दानापुर मंडल के जनसम्पर्क अधिकारी संजय प्रसाद ने बताया कि दिलदारनगर स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर पांच पर कार्य अभी बंद है। लेकिन, इसे जल्द शुरू करने के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया जायेगा।