प्रसव पीड़ा के बीच घर से अस्पताल जा रही प्रसूता ने मंगलवार सुबह एंबुलेंस में बच्चे को जन्म दिया। स्वास्थ्य कर्मियों की सक्रियता से सुरक्षित जन्म हो गया, जिसके बाद दोनों को अस्पताल ले जाया गया। चिकित्सकों ने जांच और उपचार के बाद भर्ती कर लिया। हालांकि जच्चा-बच्चा दोनों ही स्वस्थ्य बताये जा रहे हैं। वहीं जमनिया क्षेत्र में भी एक महिला ने एंबुलेंस में बच्चे को जन्म दिया।
देवल गांव के सुधीर राम की पत्नी मुन्नी देवी को मंगलवार की सुबह प्रसव पीड़ा होने लगी। परिजन तत्काल भदौरा के 108 नंबर एंबुलेंस को सूचित कर बुलाया। थोड़ी देर में ही एंबुलेंस टीम पहुंच गई। इसके बाद प्रसव पीड़िता को लेकर दिलदारनगर बाजार स्थित एएनएम सेंटर ले जाया जाने लगा। रास्ते में महिला को पीड़ा बढ़ गई और हालात देखकर एंबुलेंसकर्मियों ने वाहन रोककर डिलेवरी कराई। महिला ने पुत्र को जन्म दिया। एबुलेंस के सहयोगी मोहित अली ने एएनएम शैलकुमारी कुमारी की निगरानी में वार्ड नंबर पांच में भर्ती कराया। जहां चिकित्सकों की देख-रेख में जच्चा-बच्चा दोनों का समुचित इलाज किया गया। एएनएम ने बताया कि जच्चा-बच्चा दोनों स्वास्थ्य हैं।
उधर, ज़मानियां क्षेत्र के अभईपुर गांव निवासी 28 वर्षीया नीलम राजभर पत्नी छोटू राजभर ने 102 नंबर के एंबुलेंस में ही बच्चे को जन्म दिया। नीलम राजभर को मंगलवार की सुबह एंबुलेंस से नगर कस्बा स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर लाया जा रहा था। तभी रास्ते में ही अचानक काफी प्रसव पीड़ा होने लगी। परेशान नीलम राजभर को देख एंबुलेंस में मौजूद परिजन व कर्मियों की मदद से रेलवे बाईपास के पास एंबुलेंस रोककर डिलेवरी करायी गई। इसके बाद उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाकर भर्ती कराया गया। यहां जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ्य बताये गये हैं। महिला के परिजनों ने एम्बुलेंस पायलय गोपाल सिंह और ईएमटी मधु कुशवाहा की ओर से सराहनीय कार्य किया गया।