चोरों के कारनामे भी अजब-गजब हैं, जिन्हें जानने के बाद अचंभा होता है। चोरों ने बलिया में ऐसी ही एक घटना को अंजाम दिया। शनिवार की रात गंगा नदी में मौजूद एक स्टीमर का लंगर चुरा लिया। लंगर के बिना स्टीमर बहते हुए नदी में काफी दूर निकल गयी थी। पुलिस की तत्परता से चोरी हुआ लंगर बरामद हो गया। स्टीमर को भी नदी में दूर एक घाट से खींचकर वापस लाया गया। हालांकि, इस घटना को अंजाम देने वाले भागने में कामयाब रहे।
नरहीं थाना क्षेत्र के रामरेखा घाट पर कई नावों के साथ स्टीमर भी बंधी हुई थी। इसका संचालन बिहार के उजियार घाट से होता है। शनिवार की रात चोरों ने स्टीमर का लंगर खोल दिया। इसके चलते वह नदी के बहाव में आगे की ओर बह गई। सुबह घाट पर स्टीमर चलाने वाले कर्मचारियों ने देखा कि स्टीमर गायब है। उन्होंने तत्काल मालिक को सूचित करने के साथ स्थानीय चौकी प्रभारी धर्मेंद्र सिंह को जानकारी दी। सभी अपने-अपने स्तर से स्टीमर की खोज में लग गए। कुछ लोग मोटर बोट पर सवार होकर गंगा नदी में आगे की गए। इन लोगों ने देखा कि स्टीमर सारीपुर के पास किनारे लगी है। उसका लंगर गायब होने से वह बह गयी थी। उसे नाव से खींच कर वापस घाट पर लाया गया।
पुलिस को देखकर लंगर छोड़ भागे : वहीं स्टीमर का लंगर चुराने वाले तीन चोर उसे ठेले पर लादकर ले जा रहे थे। एनएच-31 पर भरौली-अमाव के बीच गश्त कर रही पुलिस से उनका सामना हो गया। पुलिस को देखकर लंगर ले जाने वाले घबराने लगे। शक होने पर पुलिस ने उन्हें रोका तो तीनों लंगर को ठेले पर ही छोड़कर भाग निकले। पुलिस ने ठेले सहित लंगर को अपने कब्जे में ले लिया। सुबह स्टीमर संचालक के कर्मचारी पुलिस के पास पहुंचे तो उन्होंने लंगर की तस्दीक की। इस मामले में स्टीमर संचालक ने तहरीर दिया है। पुलिस लंगर चुराने वालों की तलाश कर रही है।