भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, काशी हिंदू विश्वविद्यालय के अंतिम वर्ष के छात्रों का दीक्षांत समारोह न होने से लगभग 1500 छात्रों की डिग्री फंसी पड़ी है। इसके चलते उन्हें व्यावहारिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इनमें से बहुत से छात्रों का कैंपस सेलेक्शन भी हो चुका है। अब सेवाप्रदाता कंपनियों द्वारा उनसे डिग्री की मांग की जा रही है।
ऐसे में उन्हें बार-बार कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। दीक्षांत समारोह कब होगा, यह संस्थान के कार्यालय से पूछ-पूछ कर वे थक चुके हैं, उन्हें कोई भी संतोषजनक उत्तर नहीं मिल सका है। अंतिम वर्ष के छात्रों ने शीघ्रातिशीघ्र दीक्षांत समारोह करने की मांग की है। हालांकि वे इस संबंध में डीन कार्यालय से कई बार बात-चीत, पूछताछ कर चुके हैं। अब जबकि अन्य आइआइटी संस्थानों के दीक्षांत समारोह हो रहे हैं, अथवा उनकी तिथि निर्धारित हो चुकी है, ऐसे में बीएचयू आइआइटी की ओर से इस संबंध में कोई घोषणा न होने से उनमें बेचैनी व्याप्त है।
आम तौर पर आइआइटी बीएचयू का दीक्षांत समारोह नवंबर या दिसंबर माह में हो जाया करता था। वर्ष 2020 का दीक्षांत कोविड-19 महामारी के चलते विलंबित हुआ तो इसे 08 फरवरी 2021 में कराया गया। दीक्षांत समारोह की तिथि भी एक-दो माह पूर्व ही तय कर ली जाती थी और छात्र तथा प्रशासन इसकी तैयारियों में जुट जाते थे। इस वर्ष अभी तक न तो इसकी तिथि की ही कोई घोषणा हुई है, न ही तिथि तय हो सकी है। इस वर्ष अंतिम वर्ष में विभिन्न विभागों के लगभग 1500 छात्र हैं। अभी पिछले दिनों हुए कैंपस इंटरव्यू में लगभग 1400 छात्रों ने प्रतिभाग किया था। उनमें से बहुत से छात्रों को नौकरी भी बेहतर पैकेज पर अच्छी कंपनियों में मिल गई है। अब उन्हें आगे की पढ़ाई या नौकरी के लिए डिग्री की आवश्यकता है, जो दीक्षांत के कारण अटकी हुई है। ऐसे इंजीनियरिंग के इन छात्रों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
समय अनुकूल रहा तो मध्य फरवरी तक हो सकता है दीक्षांत : दीक्षांत समारोह कब होगा, इस बारे में पूछने पर आइआइटी बीएचयू के अकादमिक मामलों के एसोसिएट डीन प्रो. विकास कुमार दूबे ने बताया कि संस्थान दीक्षांत समारोह कराने पर विचार कर रहा है। यदि समय अनुकूल रहा तो मध्य फरवरी तक इसे कराया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कोरोना की लहर, संक्रमण की स्थिति और उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों की तिथियां थोड़ा और स्पष्ट हो जाएं तो फिर दीक्षांत की तिथि का निर्धारण कर लिया जाएगा। अंतिम वर्ष के छात्रों को अब और अधिक प्रतीक्षा नहीं करनी होगी।