करंडा ब्लाक के स्थानीय गांव स्थित इंटर कालेज करंडा में आयोजित टेट की परीक्षा में पहुंचे लगभग 25 परीक्षार्थी परीक्षा देने से वंचित हो गये। मामूली कमियों जैसे डाक्यूमेंट का फोटो स्टेट होना, आधार कार्ड दिखाने में विलंब करना, डाक्यूमेंट पर कालेज की मुहर या परीक्षा केंद्र पर चार, पांच या सात मिनट के देर से पहुंचना आदि रहा। आप भी अगर प्रतियोगी परीक्षा या टीइटी परीक्षा देते हैं तो इन अभ्यर्थियों से हुई गलतियों से सबक लेकर परीक्षा में समय से शामिल होने के तौर तरीके अनुशासित तौर पर बना सकते हैं।
परीक्षार्थी अभिषेक कुमार सिंह का कहना था कि मेरा ओरिजिनल आधार कार्ड बाइक की डिक्की में था। जिसे पुनः जाकर लाने में पांच मिनट की देर हो गई, इसलिए मुझे परीक्षा केंद्र में जाने नही दिया गया। अभय सिंह यादव के पास डाक्यूमेंट की फोटो कापी थी, इसलिए परीक्षा देने की अनुमति नही मिली। सुनील कुमार का कहना था कि महज दो मिनट देर हुई थी फिर भी परीक्षा केंद्र में नहीं जाने दिया गया। सरिता शर्मा का कहना था कि मेरे पास सबकुछ था, परन्तु बीएड कालेज के डाक्यूमेंट पर मुहर नहीं थी इसलिए मुझे परीक्षा केंद्र से बाहर कर दिया। कुछ इसी प्रकार की समस्या सभी परीक्षार्थियों की थी। जिसकी वजह से उन्हें परीक्षा देने से रोक दिया गया।
परीक्षा से देने से रोके गये हताश- निराश परीक्षार्थियों का कहना था कि मामूली कमियों की वजह से हमें परीक्षा देने से रोका गया है। हम लोगों ने बहुत प्रयास और अनुनय- विनय किया फिर भी हमें परीक्षा देने की अनुमति नही मिली। हमें एक बार और अवसर मिले ताकि हम भी परीक्षा दें सकें। जिनकी परीक्षा छूटी है उनमें सरिता शर्मा, अभिषेक कुमार सिंह, सरोज यादव, अभय सिंह यादव, बबिता कुमारी, सुजीत कुमार यादव, विनोद, राकेश यादव, मिराज अहमद, नीरज पासवान, मोहित सिंह आदि रहे।