इलाके के बच्छलपुर-रामपुर पीपा पुल को चालू कराने को लेकर विभाग भले ही प्रयासरत दिख रहा है, लेकिन उसका लाभ मिलता नहीं दिख रहा है। बच्छलपुर गंगा तट के पास बलिया जनपद के नौरंगा घाट के पास से सात पीपा पहुंचने के बाद भी पीपा कम होने के साथ ही लकड़ी का स्लीपर न होने से पुल का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हो सका। अभी कोई यह बताने को तैयार नहीं हो पा रहा है कि कब तक पुल तैयार हो पाएगा।
शासन की ओर से करीब दो दशक पूर्व बच्छलपुर-रामपुर गंगा तट पर पीपा पुल का निर्माण कराया गया था। शासन के निर्देश के मुताबिक 15 अक्टूबर से 15 जून तक पुल से आवागमन होता है वहीं गंगा के जलस्तर में बढ़ाव के चलते 15 जून के बाद से इसे खोलकर हटा दिया जाता है। इस वर्ष अक्टूबर में अचानक जलस्तर में बढ़ाव के चलते पुल को बनाने में देरी से अभी वह पूरी तरह से तैयार नहीं हो सका है।
जलस्तर अधिक होने व बीच में कहीं भी रेता न पड़ने से गंगा के दोनों किनारों की दूरी में काफी इजाफा हो गया है। कई वर्षों से मात्र 80 से 85 पीपा को जोड़कर तैयार होने वाले इस पुल में इस बार 105 पीपा जुड़ने के बाद भी रामपुर सिरा जुड़ नहीं पाया है। करीब एक माह पूर्व पीपा समाप्त होने से पुल निर्माण का कार्य ठप हो गया। इस पुल के तैयार न होने गंगा पार दियारा में खेती करने वाले किसानों के अलावा रामपुर,रेवतीपुर सहित जमानियां,सेवराई तहसील के गांवों व निकटवर्ती बिहार तक आवागमन के लिए लोगों को नाव का सहारा लेना पड़ रहा है। इससे पैदल या दो पहिया वाहन सवार तो किसी तरह आवागमन कर ले रहे हैं, लेकिन चार पहिया सवारों को गाजीपुर हमीद सेतु या भरौली पक्का पुल होकर अपनी यात्रा पूरी करनी पड़ रही है।
इससे लोगों का करीब 30 से 40 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ रही है। लोगों का कहना है कि इस वर्ष गंगा के पाट की चौड़ाई ज्यादा होने से पीपा कम होने की आशंका शुरू से ही जताई जा रही थी, बावजूद लोकनिर्माण विभाग के अधिकारी इसको लेकर गंभीरता नहीं दिखाए। जानकारी मिलने पर जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने 10 दिनों के अंदर पुल को चालू कराने का आदेश लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों का दिया था। जिलाधिकारी के आदेश के बाद विभागीय अधिकारियों ने प्रयास कर बलिया जनपद के नौरंगा घाट से सात पीपा की व्यवस्था की, जो बीते मंगलवार को पहुंच गया। उन सभी पीपा को लगाने के बाद भी किनारे तक न जा पाने से अब पांच पीपा कम हो गया है। इसे लेने के लिए रविवार को लोकनिर्माण विभाग के कर्मी चोचकपुर गए लेकिन वहां रहने के बावजूद अभी नहीं मिल सका है। विभागीय कर्मियों की माने तो स्लीपर खरीदने की स्वीकृति तो हो गई लेकिन चुनाव आचार संहिता के चलते टेंडर प्रक्रिया लटकी है।
इस संबंध में लोकनिर्माण खंड तीन के अधिशासी अभियंता विशाल सिंह ने बताया पीपा व स्लीपर की व्यवस्था करने में लगे हैं। वह खुद पुल चालू कराने को लेकर प्रयासरत हैं। पीपा मिलते ही पुल चालू करा दिया जाएगा।