गंगा नदी पर निर्माणाधीन रेल सह सड़क पुल के चौदहवें और अंतिम स्पैन को चढ़ाने का काम बृहस्पतिवार को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया। इस खुशी में एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन के इंजीनियरों और अधिकारियों ने बृहस्पतिवार की शाम आतिशबाजी कर मिठाई बांटी गई। स्पैन के अंतिम पैनल के इरेक्शन का काम जारी है। कार्यदायी संस्था के अधिकारियों का कहना है कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो अगले एक हफ्ते में इस कार्य को पूरा कर लिया जाएगा।
चौदह पिलरों पर टिका यह रेल सह सड़क पुल की चौड़ाई 16.9 मीटर के आसपास है। इसमें कुल चौदह स्पैनों में 170 पैनल हैं। चार स्पैनों की डैक स्लैब की ढलाई का काम पूरा हो चुका है। पांचवें स्पैन की ढलाई आधे से अधिक हो चुकी है। शेष के ढलाई के लिए शटरिंग का काम जारी है। ढलाई की पूरी प्रक्रिया को मार्च 2022 में पूरा करने का लक्ष्य है। इसके साथ ही स्पैनों एवं पिलरों को एक-दूसरे से बेयरिंग लगा फिक्स करने का काम किया जा रहा है।
इसके पूरा होने के बाद पूरे रेल सह सड़क पुल के फाइनल पेंटिंग का काम शुरू किया जायेगा। पुल के विद्युतीकरण, नई लाइन, स्लीपर का काम भी होना है। पूर्वांचल का दूसरा रेल सह सड़क पुल है जो अपने आप में तकनीक का बेजोड़ नमूना है। इसका वजन 16 हजार टन के आसपास है। निर्माणाधीन यह पुल वाराणसी स्थित मालवीय ब्रिज से भी लंबा है जो प्रदेश का पहला रेल सह सड़क पुल है। यह स्ट्रील ट्रस डिजाइन पर बन रहा है।
इस संबंध में कार्यदायी संस्था एसपी सिंग्ला कंशट्रक्शन के प्रोजेक्ट मैनेजर अमनदीप गोयल ने बताया कि रेल सह सड़क पुल के लैंडिग का काम पूरा कर लिया गया है। सिर्फ अंतिम पैनल के मेंबरों के इरेक्शन का काम चल रहा है। जिसे अगके एक हफ्ते में पूरा कर लिया जायेगा। इस पूल को आगामी मानसुन से पहले हर हाल में पूरा कर लिया जायेगा।