ग्रैपलिग व कुश्ती में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाकर लौटे पहलवानों का मंगलवार को करमपुर स्थित मेघबरन सिंह स्टेडियम में कोच व पूर्व सांसद के पुत्रों ने स्वागत किया।
महाराष्ट्र के नासिक में 24 दिसंबर से हुए तीन दिवसीय 14वें नेशनल ग्रैपलिग चैंपियनशिप में करमपुर अखाड़ा के पहलवान निदीपुर गांव निवासी राधेश्याम यादव उर्फ भीम यादव ने महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, चंडीगढ़ व फाइनल में हरियाणा के पहलवान को 71 किग्रा भार वर्ग में हराकर दो स्वर्ण पदक हासिल किया।
फाइनल मुकाबले में भीम ने हरियाणा के पहलवान को नाकआउट में चित्त किया। उधर, तीन दिन पहले चंदौली में आयोजित पूर्वांचल केशरी व बाल केशरी प्रतियोगिता में भी करमपुर स्टेडियम के पहलवानों ने दमखम दिखाया। कोटिशा गांव निवासी व करमपुर अखाड़े के पहलवान उदयवीर यादव ने 70 से 120 किग्रा भार वर्ग में प्रतिद्वंदी पहलवान को पटखनी देकर उप पूर्वांचल केशरी का खिताब जीता। यहीं के पहलवान बृजेश यादव ने बाल केशरी व रोशन ने उप बाल केशरी का खिताब जीता।
राधेश्याम का स्वागत देखकर पिता कन्हैया यादव के आंखों में खुशी के आंसू आ गए। स्टेडियम में आए राधेश्याम व अन्य ने अखाड़ा व स्टेडियम के संस्थापक स्व तेजबहादुर सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित किया। कुश्ती कोच अदालत यादव, हाकी कोच इंद्रदेव राजभर, पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह के पुत्र सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता आलोक सिंह व अनिकेत सिंह ने फूल-मालाओं से पहलवानों का स्वागत किया। आलोक सिंह ने कहा कि बड़े पिता स्व तेजबहादुर सिंह ने जो सपना देखा था आज वह साकार हो रहा है।