थाना क्षेत्र के जगदीशपुर गांव में ससुरालियों के उत्पीड़न के बाद नवविवाहिता के आत्महत्या की गुत्थी सुलझ गई है। गंगा से शव बरामदगी और एफआईआर के बाद पुलिस ने अगली सफलता में चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। अवथहीं गांव के समीप एक्सप्रेस-वे के पास सभी को एक वाहन के साथ गिरफ्तार किया गया है। पुलिस का दावा है कि आरोपी एक्सप्रेस-वे के रास्ते भागने की फिराक में थे। गिरफ्तार सभी आरोपियों को संबंधित धारा के तहत कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है।
भांवरकोल थाना क्षेत्र में एक सप्ताह पूर्व जगदीशपुर गांव में एक विधवा ने सांदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगाकर जान दे दी थी। ससुरालियों ने शव को छिपाने के लिए वीरपुर गंगा नदी में फेंक दिया था। जहां बाद में पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम कराया गया था। इस मामले में मृतका के पिता की तहरीर पर कुल 13 लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने और शव को छिपाने के मामले में प्राथमिकी दर्ज की थी। बताया जाता है कि शुक्रवार की रात थानाध्यक्ष वागिश विक्रम सिंह मच्छटी चौकी इंचार्ज ओंमकार तिवारी व अन्य हमराहियों के साथ क्षेत्र में भ्रमण पर थे।
इसी बीच अवथहीं गांव के समीप एक्सप्रेस-वे के पास सांदिग्ध चार पहिया वाहन को रुकवाया। पूछताछ के बाद थाना ले आए। जहां पूछताछ में आरोपितों ने स्वीकार किया कि इस वाहन को शव को छिपाने में प्रयुक्त किया गया था। इसमें सवार होकर कहीं निकलने की फिराक में थे। थानाध्यक्ष ने बताया कि गिरफ्तार रामनाथ सिंह, प्रेमशंकर उर्फ उधम सिंह कृष्ण शर्मा, प्रेमशंकर उर्फ भोला सिंह इसी थाना क्षेत्र के जगदीशपुर गांव के रहने वाले हैं। सभी आरोपितों को वांछित धारा में कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। जबकि बरामद वाहन को एमवी एक्ट में सीज कर दिया गया। गिरफ्तार करने वाली टीम में राजेश कुमार भारतीय, नितेश कुमार, दीपा सिंह, सतेन्द्र यादव आदि शामिल रहे।