राज्य सड़क परिवहन निगम के स्थानीय डिपो के भवन का निर्माण तो हो गया है लेकिन जलनिकासी के लिए नाली, फर्श और रैंप को दुरुस्त करना बाकी रह गया है। एनओसी नहीं मिलने के कारण सड़क परिवहन निगम का पेट्रोल पंप भी चालू नहीं हो सका है। जिस रूप में स्थानीय परिवहन निगम की सेवाएं और सुविधाएं बढ़नी चाहिए थी वो बहाल नहीं हो सकी हैं।
राज्य सड़क परिवहन निगम के स्थानीय डिपो की हालत दयनीय होने पर वर्ष 2015 के अंत में डिपो परिसर में भवन, प्लेटफार्म और प्लेटफार्म आदि के निर्माण के लिए पांच करोड़ की धनराशि स्वीकृत हुई थी। डिपो प्रशासन की मानें तो इस कार्य को एक वर्ष में पूरा कर लिया जाना था। इसके लिए कार्यदायी संस्था को अवगत भी कराया गया लेकिन कार्यदायी संस्था बदलने और धनराशि अवमुक्त होने में देरी के चलते काम देर होता रहा।
आखिरकार दो महीने पहले डिपो भवन का भुगतान संबंधी मामला निपटने के बाद हैंडओवर तो कर दिया गया लेकिन सुविधाओं और व्यवस्थाओं का अभाव अब भी बना हुआ है। वहीं, पेट्रोल पंप बनकर तैयार है, लेकिन 20-20 हजार लीटर की तेल संग्रह क्षमता वाले इस पेट्रोल पंप को उपयोग में नहीं लाया जा रहा है। रोडवेज के अधिकारियों का कहना है कि पेट्रोल पंप पूरी तरह से निर्मित है। अंदर कनेक्शन भी हो गया है, लेकिन इंडियन आयल कॉरपोरेशन (आईओसी) की ओर से अभी एनओसी नहीं मिलने के कारण प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पा रही है।
फर्श और रैंप को ऊंचा करने का काम बाकी है। जलनिकासी के लिए नगर पालिका से बातचीत चल रही है। पेट्रोल पंप को चालू करने के लिए आईओसी में अनापत्ति प्रमाणपत्र के लिए आवेदन किया गया है। स्वीकृति मिलते ही पेट्रोल पंप को उपयोग में लाया जाएगा। रोडवेज की जल निकासी को लेकर कोई मामला नहीं आया है। आएगी तो जरूर उसको पूरा कराया जाएगा।