तहसील में अधिवक्ताओं और लेखपालों के बीच लगातार रस्साकशी में मंगलवार को प्रशासन ने कार्रवाई की। पुलिस ने अधिवक्ता के सहायक से मारपीट के आरोप में 19 लेखपालों को नामजद करते हुए केस दर्ज किया। वहीं अधिवक्ता के सहायक समेत तीन अन्य पर लेखपालों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया। लेखपालों के निलंबन की मांग को लेकर अधिवक्ताओं ने एसडीएम को पत्रक सौंपकर आक्रोश जताया है।
लेखपाल और अधिवक्ताओं के विवाद को लेकर सेंट्रल बार एसोसिएशन के सदस्यों ने दीवानी परिसर में बैठक की। जहां आये दिन लेखपालों द्वारा वादकारियों का आर्थिक शोषण किए जाने व अधिवक्ताओं के साथ बदसलूकी सहित मारपीट किए जाने के मामले की निंदा की। अधिवक्ताओं का प्रतिनिधिमंडल उपजिलाधिकारी आशुतोष कुमार से मिला था और कार्रवाई नहीं होने पर 30 दिसंबर तक कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी थी। बताया कि लेखपाल यतीश दुबे ने अधिवक्ता के सहायक विनोद कुमार यादव से वरासत की कार्रवाई पूरी नहीं की।
काम नहीं होन पर विनोद यादव ने सवाल उठाया तो लेखपाल शराफत अली, यतीश दुबे सहित कुल उन्नीस लेखपालों द्वारा कमरे में बंद कर मारा पीटा। अधिवक्ता सहायक विनोद को काफी चोटिल हो गये थे। लेखपालों ने अधिवक्ता सहायक विनोद यादव सहित दो अन्य के विरुद्ध व दूसरी तरफ से अधिवक्ताओं ने पांच लेखपाल नामजद व चौदह अज्ञात लेखपाल सहित कुल उन्नीस लेखपाल के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।