भदौरा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर नसबंदी के बाद महिलाओं को बेड भी नहीं मिला। उन्हें संवेदनहीनता दिखाते हुए जमीन पर लेटा दिया गया। इस मामले का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। जिसके बाद ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं कलई खुलती नजर आई।
इस बाबत सीएचसी के प्रभारी ने कहा कि महिलाएं एंबुलेस से घर भेजी जा रहीं थी। एंबुलेंस अन्य मरीज को लेकर गया था। इस दौरान महिलाएं जमीन पर ही लेट गईं। वीडियो में नजर आ रहीं महिलाओं में से एक ने अपना नाम गीता, दूसरी ने रमावती बताया। उन्हें कहा कि अस्पताल में उन्हें बेड नहीं दिया गया। वीडियो में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भदौरा के प्रभारी डा. धनन्जय आनंद अपनी सफाई देते भी नजर आ रहे हैं।
जहां वह लापरवाही को छिपाने के लिए एंबुलेंस का हवाला दे रहे हैं। उनका कहना है कि कुछ मरीजों को छोड़ने के लिए एंबुलेंस गयी थी। ऐसे में एंबुलेंस का इंतजार करते हुए महीला मरीज जमीन पर लेट गईं, जिसका वीडियो बनाकर किसी ने वायरल कर दिया।