छठ पूजन के दौरान वाराणसी सहित समूचे पूर्वांचल में पुलिस प्रशासन सक्रिय रहा। नदियों में जहां बोट पर पुलिस की तैनाती रही वहीं गोताखोर भी मौके पर तैनात रहे और सुरक्षा सतर्कता पर जिला प्रशासन का अधिक जोर रहा। इस दौरान मामूली तौर पर घाटों पर फिसलन की वजह से कुछ व्रतियों के गिरकर घायल होने की ही घटनाएं हुईं। वहीं दूसरी ओर चंदौली में दो अलग अलग हादसों में दो लोगों की मौत छठ पूजा के दौरान हुई है।
चंदौली जिले में छठ पूजा पर जिले में गुरुवार की सुुबह अलग-अलग स्थानों पर किशोर समेत दो लोगों की मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लिया। घटना से स्वजन में कोहराम मच गया। नौगढ़ थाना के मझगांवा से छठ पूजा देखकर विश्ववरपुर निवासी छोटू पाल (16) बाइक से अपनी तीन वर्षीय बहन काजल को लेकर घर लौट रहा था।
हरियाबांध के पास उसकी बाइक अचानक अनियंत्रित हो गई और पलट गई। दोनों भाई बहन बाइक से उछल कर दूर जा गिरे। सड़क किनारे पड़ा एक बांस छाेटू के पेट में घुस गया। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। कुछ ही देर में पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लिया घायल बच्ची को नौगढ़ अस्पताल में भर्ती कराया। उसकी हालत भी गंभीर बताई जा रही है। सूचना मिलते ही परिवार के लोग भी अस्पताल पहुंच गए। उनका रो-रोकर बुरा हाल है।
सकलडीहा निवासी व्यक्ति की बिहार में मौत:
छठ व्रत में अर्घ्य देने के लिए सकलडीहा कस्बा निवासी हरिशरण पांडेय (55) बाइक से अपनी ससुराल भभुआ के बेतरी गांव जा रहे थे। वे दुर्गावती थाने के धनेछा गांव के समीप पहुंचे थे कि डंपर की चपेट में आ गए। स्थानीय लोग उन्हें वाराणसी लेकर जा रहे थे कि रास्ते में ही मौत हो गई। वहीं टक्कर के बाद चालक वाहन समेत भाग निकला।
उनकी पत्नी ससुराल में है और हरिशरण वहां छठ पूजा में शामिल होने के लिए जा रहे थे। सूचना मिलते ही सकलडीहा और बेतरी के गांव मौके पर पहुंच गए। घटना से स्वजनों में कोहराम मच गया। पति की मौत से पत्नी हीरामणि का रो-रोकर बुरा हाल था, उनके बच्चे भी पिता से लिपटकर रोते रहे। दिलासा देने पहुंचे लोगों की आंखें भी नम हो गई। हीरामणि छठ मनाने के लिए एक सप्ताह पूर्व ही अपने मायके बेतरी गई हुई थीं।
मऊ में तमसा नदी में डूबने से किशोर की मौत:
रतनपुरा प्रखंड के दक्षिणांचल स्थित तमसा तटवर्ती ग्राम कोन्हिया के ऊपटा घाट पर नदी में नहाते समय एक किशोर की मौत हो गई। रतनपुरा प्रखंड के कोन्हिया ग्राम पंचायत निवासी लालमोहन यादव उर्फ साधु पुत्र महेंद्र यादव उर्फ झब्बर (14) अपने परिजनों के साथ ऊपटा घाट पर सूर्य षष्ठी पूजा देखने गया था। घाट पर पूजा समाप्ति के दौरान जब महिलाएं और पुरुष घर वापस लौटने लगे तो लाल मोहन यादव अपने साथियों के साथ घाट पर बंधी एक नाव पर चढ़कर के स्नान करने लगे।
लालमोहन के साथी कम पानी में स्नान कर रहे थे, जबकि लालमोहन नाव से नदी में उस तरफ छलांग लगा दिया जिस तरफ पानी गहरा था और पानी की गहरी धारा की चला गया। डूबने के सात मिनट के बाद नदी की धारा में उसका हाथ दिखा तो उसके साथी चिल्लाने लगे। साथियों के चिल्लाने पर नदी के उस पार नाव चला रहे राजू केवट और उसके अन्य साथियों ने नदी में कूदकर उसकी जान बचाने की कोशिश की। किसी तरह से लालमोहन को बाहर निकाला और उसे आनन-फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए जहां चिकित्सकों ने जवाब दे दिया।
पोखरे में डूबने से किशोर की मौत:
जमानियां कोतवाली क्षेत्र के मोहम्मदपुर गांव में छठ पूजा के दौरान पोखरे में नहाते समय गुरुवार को अल सुबह गांव निवासी ज्ञानप्रकाश (17) की डूबने से मौत हो गई। इस घटना से पर्व की खुशियां मातम में बदल गईं। ज्ञानप्रकाश स्वजन के साथ गांव के पोखरे पर छठ पूजा के लिए गया हुआ था। सूर्योदय से पहले वह तालाब में नहाने लगा।
इस दौरान गहरे पानी में डूब गया। करीब 20 मिनट बाद स्वजन उसे खोजने लगे तो वह पोखरे के घाट पर नहीं मिला। कुछ ग्रामीणों ने उसे तालाब में नहाते हुए देखा था। ऐसे में आशंका होने पर ग्रामीण और स्वजन उसकी तलाश पोखरे के गहरे पानी में शुरू कर दिए। कुछ देर बाद ही ज्ञानप्रकाश का शव पोखरे से निकाला गया। शव देख स्वजन में चीख-पुकार मच गई। घाट पर छठ पूजा कर रहे गांव के लोगों में शोक फैल गई। सूचना लगते ही घर पर लोगों की भीड़ जुट गई। महिलाओं के करुण क्रंदन से पूरा माहौल गमगीन हो गया।
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