स्वतंत्रता आंदोलन के समय अंग्रेजों द्वारा चलाई गई 13007/08 उद्यान आभा तूफान एक्सप्रेस बंद होने जा रही है। पहली जून 1930 से हावड़ा-श्री गंगानगर तक चलने वाली यह ट्रेन सबसे लंबी दूरी की ट्रेनों में एक थी। अपने समय की सबसे तेज गति से चलने वाली ट्रेनों में शुमार थी। भले ही लंबी दूरी की थी, लेकिन इसमें सवार होने वाले अधिकांश यात्री स्थानीय होते थे।
इसमें यात्रा करने पर विभिन्न संस्कृतियों की छटाएं देखने को मिलती थीं, अब यह ट्रेन यादों में ही रह जाएगी। रेलवे बोर्ड की ओर से इस ट्रेन के परिचालन को स्थायी रूप से बंद करने का निर्णय लिया गया है। ट्रेन 19 मई से अस्थायी रूप से निरस्त चल रही थी। इस ट्रेन का ठहराव जमानियां, दिलदारनगर, गहमर स्टेशन पर था। आठ राज्यों से गुजरती थी तूफान उद्यान आभा तूफान एक्सप्रेस आठ राज्यों पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, पंजाब एवं राजस्थान होते हुए हावड़ा से श्री गंगानगर तक पहुंचती है। यह ट्रेन 110 किमी प्रति घंटा और औसतन 44 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलती थी।
अप में यह ट्रेन 1978 किमी की दूरी 45 घंटा 25 मिनट में 110 स्टेशनों पर रुकते हुए तय करती थी। वहीं, डाउन में यह 107 स्टेशनों पर रुकते हुए इतने ही दूरी 46 घंटा 20 मिनट में तय करती थी। इस ट्रेन में एसी थ्री, एसी टू व स्लीपर कोच के साथ ही बड़ी संख्या में जनरल बोगियां लगी रहती थीं। इतनी लंबी दूरी की ट्रेन होने के बावजूद इसमें कोई पैंट्री कार नहीं थी। यह ट्रेन शुरू हुई थी तो काफी कम स्टेशनों पर रुकती थी। कई स्टेशनों पर आंदोलन के बाद इसका ठहराव दिया गया था। अधिकांश स्टेशनों पर दैनिक यात्रियों के लिए यह सबसे प्रमुख ट्रेनों में से एक थी। यह भी ट्रेन हैं बंद
दिल्ली हावड़ा रेल खंड पर चलनी वाली 13119 अप सियालदह-दिल्ली एक्सप्रेस, 13120 आनंद विहार-सियालदह एक्सप्रेस, 13133 सियालदह-वाराणसी एक्सप्रेस, 13134 वाराणसी-सियालदह एक्सप्रेस, 13049 हावड़ा-अमृतसर एक्सप्रेस,13050 अमृतसर हावड़ा एक्सप्रेस भी बंद है। ऐसे में लोकल यात्रियों को यात्रा करने में परेशानी हो रही है।
कोरोना संक्रमण के समय बंद हुई ट्रेनों का संचालन रेलवे बोर्ड द्वारा किया जा रहा है। दिल्ली हावड़ा रेल खंड पर चलने वाली तूफान एक्सप्रेस का संचालन भी कोरोना संक्रमण के समय से ही बंद है। रेलवे बोर्ड इस ट्रेने को बंद करने का निर्णय भी लिया गया है।