आधी-अधूरी तैयारी के बीच जिले में केंद्रों पर सोमवार से धान की खरीद शुरू तो कर दी गई लेकिन पहले दिन किसान धान लेकर नहीं पहुंचे। केंद्रों पर कर्मचारी सुबह से शाम तक किसानों की प्रतीक्षा करते रहे। दीपावली के बाद केंद्रों पर धान की आवक होने की संभावना जताई जा रही है।
धान खरीद के लिए विभिन्न संस्थाओं की ओर से जिले में 80 क्रय केंद्र खोले गए हैं। इन केंद्रों पर कर्मचारी सोमवार की सुबह साढ़े आठ बजे पहुंच गए थे और शाम पांच तक बैठे रहे, लेकिन कोई किसान धान लेकर नहीं पहुंचा। कासिमाबाद : क्षेत्र में कुल सात धान खरीद केंद्र खोले गए हैं। सुबह साढ़े आठ बजे केंद्रों पर कर्मचारी पहुंचकर तैयारियों में जुट गए थे। सुबह नौ बजे से कर्मचारी किसानों का इंतजार करने लगे लेकिन कोई किसान धान लेकर केंद्र पर नहीं पहुंचा था। विपणन अधिकारी एवं केंद्र के प्रभारी संजय कुमार गौतम ने बताया कि केंद्र पर बोरा और धनराशि की पूरी व्यवस्था है, लेकिन अधिक बरसात होने के कारण किसानों के खेत में अभी पानी लगा हुआ है। क्षेत्र में धान की अभी कटाई ही नहीं हुई है। यही कारण है कि केंद्र पर धान खरीद के लिए अभी आने में विलंब है।
साधन सहकारी समिति अलावलपुर में भी स्थिति यही बनी हुई थी। यहां पर केंद्र तो खुला था लेकिन किसान एक भी नहीं था। केंद्र प्रभारी अमरनाथ राय ने बताया कि अभी किसानों का धान आने में विलंब है। केंद्र पर बोरा की भी व्यवस्था नहीं हुई है। किसान धान लेकर आएंगे तो खरीद की जाएगी। इसके अलावा मरदह, सिंगेरा, हैदरगंज, इंदौर, अलावलपुर एवं कासिमाबाद में दो केंद्र खोले गए हैं। एसडीएम कमलेश कुमार सिंह ने बताया कि अभी और केंद्र खोले जाएंगे। क्रय केंद्रों की मॉनीटरिंग की जा रही है।
दिलदारनगर: नगर के कृषि मंडी में स्थापित क्रय केंद्र पर सुबह पहुंचे विपणन अधिकारी संजय यादव और सहायक मनोज कुमार सभी व्यवस्था को दुरुस्त करने में जुटे रहे। विपणन अधिकारी ने बताया कि केंद्र पर कोई किसान धान लेकर नहीं आया। वजह अभी अधिकांश खेतों में धान की कटाई नहीं की गई है। दीपावली बाद धान केंद्र पर पहुंचने की उम्मीद है।