शीतलहरी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है। बीते एक सप्ताह से ठंड बढ़ गई है। शाम होते ही लोग घरों में दुबकने को मजबूर हो गए हैं। सर्द हवा के कारण पारा लगातार लुढ़क रहा है। कोहरे का प्रकोप भी बढ़ने लगा है। कोहरा छाए रहने के कारण सड़क पर वाहनों की रफ्तार भी थम गई है। बच्चे व बुजुर्गों को विशेष परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। फिलहाल अलाव की समुचित व्यवस्था नहीं रहने से बाजार निकलने वाले लोगों सहित रिक्शा-ठेला चालकों को काफी परेशानी हो रही है।
कोहरे के कारण सोमवार को सुबह रास्ता साफ नजर नहीं आ रहा था। सड़कों पर दोपहिया और चार पहिया वाहन चालकों को परेशानी हुई। ठिठुरते हुए बच्चे स्कूल गए। धूप निकलने के बाद राहत मिली। ठंड में इजाफा होने के साथ ही गर्म कपड़ों की बिक्री बढ़ गई है। लोग दुकानों से स्वेटर, जैकेट, दस्ताने, शाल आदि खरीदते नजर आए। हवा के साथ कुहासे घरों की खिड़कियों, रोशनदान व दरवाजों से प्रवेश कर घरों में बैठे लोगों में सिहरन का एहसास करा रहे थे। बीते कई दिनों से मौसम में काफी बदलाव दिख रहा है। बाजार में इस समय गर्म कपड़ों की डिमांड बढ़ गई है।
बरतें सावधानी नहीं तो बिगड़ सकती है सेहत
ठंड में यदि सावधानी नहीं बरती तो सेहत बिगड़ सकती है। जरूरत इस बात की है कि इससे बचाव के लिए गर्म कपड़े पहनने के साथ ही ठंडी चीजों के खान-पान से परहेज करना होगा। स्वास्थ्य के प्रति थोड़ी सी अनदेखी दिक्कत पैदा कर सकती है। ठंड में बढ़ोत्तरी के चलते सर्दी-जुकाम की बीमारी आम बात है। ऐसे में नाक, कान व गला का विशेष खयाल रखें।