जनपद ईंट निर्माता समिति की बैठक सोमवार को शहर के लंका स्थित एक होटल में हुई। इसमें ईंट निर्माण पर जीएसटी पांच से बढ़ाकर 12 फीसद करने का विरोध किया गया। इस दौरान जीएसटी के विरोध में देश की वित्त मंत्री, वाणिज्य कर आयुक्त व जिलाधिकारी को संबोधित मांग पत्र उपायुक्त जिला उद्योग अजय कुमार गुप्ता को सौंपा गया।
समिति के अध्यक्ष रजनीकांत राय ने कहा कि पिछले दो वर्ष से कोरोना व लाकउाडन के चलते ईंट व्यवसाय घाटे में चल रहा है, लेकिन सरकार भट्ठा मालिकों को राहत देने की जगह और कुठाराघात कर रही है। कोयले का मूल्य पहले ही दोगुना हो चुका है। पहले सात सौ रुपये प्रति क्विटल मिलने वाला कोयला अब 14 सौ रुपये प्रति क्विटल मिल रहा है।
गाजीपुर जनपद में लगभग चार सौ ईंट भट्ठे हैं, जिस पर छह हजार श्रमिक काम करते हैं। यदि भट्ठे बंद हो गए तो छह हजार परिवारों के सामने भुखमरी की समस्या आ जाएगी। ईंट उद्योग से जिला परिषद व खनन विभाग को हर वर्ष करोड़ों रुपये का राजस्व प्राप्त हो रहा है।
महामंत्री लल्लन सिंह ने समिति के आय-व्यय व कार्यों का विवरण प्रस्तुत किया। अध्यक्षता जमालुद्दीन व संचालन लल्लन सिंह ने किया। बैठक में पवन राय, सुनील कुशवाहा, कमलेश राय, श्याम नारायण सिंह, विनोद, घूरा सिंह, मुन्ना यादव, मनोज सिंह, आसिफ अली व दीपचंद कुशवाहा आदि थे।
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