शहर कोतवाली पुलिस व क्राइम ब्रांच टीम ने लंका के पास से अपने को उच्च न्यायालय का जज बताकर पुलिस निरीक्षक से पैसे की मांग करने वाले जालसाज को गिरफ्तार किया। इसका राजफाश पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह ने शुक्रवार को पुलिस लाइन में पत्रकारों से बातचीत के दौरान की। उन्होंने बताया कि फंदे में आया तौसीफुल हक शातिर किस्म का जालसाज है।
एसपी ने बताया कि गिरफ्त में आए अभियुक्त तौसीफुल हक जिले में नियुक्त निरीक्षक रहमतुल्लाह खां के मोबाइल नंबर पर पिछले कुछ दिनों से अपने दूरभाष से एक लाख 30 हजार रुपये की मांग कर रहा था। फर्जी ईमेल आइडी बनाकर उच्च न्यायालय इलाहाबाद के न्यायाधीश के नाम से फर्जी शिकायत की मेल निरीक्षक रहमतुल्लाह खां के विरुद्ध की गई थी। इसी बात की धमकी देकर कि प्रकरण उच्च न्यायालय के न्यायाधीश से संबंधित है। तौसीफुल हक द्वारा मामले के निस्तारण के लिए बार-बार रुपये मांगे जा रहे थे।
इस पर निरीक्षक रहमतुल्लाह खां ने उच्चाधिकारियों से वार्ता कर स्वाट/सर्विलांस टीम प्रभारी को मामले से अवगत कराया। निरीक्षक ने बताया कि अभियुक्त पैसा लेने के लिए लंका बस स्टैंड के पास आने वाला है। इस पर प्रभारी द्वारा बताने पर निरीक्षक लंका बस स्टैंड पर पहुंचे और अभियुक्त के कार के पास उससे वार्ता करने लगने। स्वाट टीम द्वारा जैसे ही घेराबंदी शुरू की गई अभियुक्त भागना चाहता, लेकिन टीम ने उसे दबोच लिया। तलाशी में घटना में प्रयुक्त दोनों मोबाइल फोन मय सिम बरामद किया गया। अभियुक्त के पास से बरामद फोन से ही निरीक्षक रहमतुल्लाह खां को फोन किया जा रहा था।
नौकरी करने वालों को भय दिखाकर वसूलता था पैसा
एसपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान अभियुक्त तौसीफुल हक ने कबूल किया कि वह फर्जी आइडी बनाकर फर्जी नंबर लेकर उच्चाधिकारियों को मेल कर नौकरी करने वाले लोगों को नौकरी जाने का भय दिखाकर पैसे वसूलता था। जो लोग पैसा नहीं देते थे, उनके खिलाफ लगातार उच्चाधिकारियों को मेल व शिकायत भेजता रहता था। इससे पूर्व भी मैं दिल्ली, लखनऊ और अयोध्या में इसी प्रकार के मामलों में जेल जा चुका है। जिस सिम का प्रयोग करता था, वह ज्यादा पैसे देकर फर्जी आइडी पर लिया था, जो बरामद हुआ। एसपी ने बताया कि लखनऊ के चिनहट थाना खंड विकल्प बिहार गंगा निवासी अभियुक्त तौसीफुल हक का संबंधित धाराओं में चालान कर दिया गया।
गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रभारी स्वाट/सर्विलांस राकेश कुमार सिंह, उपनिरीक्षक सुनील कुमार तिवारी, हेड कांस्टेबल संजय कुमार पटेल, रामभवन, रामप्रताप सिंह, अमित सिंह, संजय रजावत, कांस्टेबल संजय प्रसाद, आशुतोष सिंह, दिनेश कुमार, चंदनमणि त्रिपाठी, प्रमोद कुमार, चालक ओमप्रकाश सिंह, मुकेश कुमार, अनुज कुमार शामिल थे।