पूर्वांचल में मौसम का रुख लगातार बदलाव की ओर बना हुआ है। मौसम का रुख लगातार तल्खी की ओर होता जा रहा है। अब पारा 12 डिग्री तक पहुंच गया है, इसका अर्थ यह है कि अब जल्द ही दस डिग्री से कम तापमान की वजह से वातावरण में गलन का असर भी होने लगेगा।
जल्द ही कोहरे का फलक भी व्यापक हो जाएगा और सुबह गलन के बीच कोहरा लोगों को सेहत की चुनौतियां देता नजर आएगा। पश्चिमी विभोभ की आहट अभी नहीं है लेकिन पहाड़ों पर इसका असर होने से लगातार रह रहकर बर्फबारी का रुख जारी है। बर्फबारी होने की वजह से इसका असर मैदानी इलाकों में भी होने लगा है।
शुक्रवार की सुबह आसमान में बादलों की सक्रियता नहीं रही, जबकि सुबह सात बजे तक अंचलों में कोहरे और कुहासे का असर बना रहा। ठंडी हवाओं ने लोगों को ठंड के आगमन का संकेत दिया तो वातावरण में कम होती नमी ने चेहरे को शुष्क बनाना सप्ताह भर से शुरू कर रखा है। माना जा रहा है कि इस सप्ताह के बाद से ही कोहरा भी असर करने लगेगा।
इसकी वजह से दिन में धूप का ताप भी छिन जाएगा और मौसम का रुख ठंड की ओर हो जाएगा। माना जा रहा है कि पछुआ हवाओं का जल्द ही जोर शुरू हो जाएगा, इसकी वजह से गलन और सिहरन के साथ ही समूचे पूर्वांचल में हाड़ कंपाऊ ठंड शुरू हो जाएगी।
बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 30.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से एक डिग्री कम रहा। आर्द्रता अधिकतम 12.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से तीन डिग्री कम रहा। आर्द्रता अधिकतम 72 फीसद और न्यूनतम 65 फीसद दर्ज की गई। सुबह अब गलन का स्तर भी बढ़ चला है। माना जा रहा है कि जल्द ही तापमान में और भी कमी आएगी और पारा दस डिग्री के नीचे जाते ही गलन का पूर्वांचल में व्यापक असर शुरू हो जाएगा। मौसम विभाग ने इस सप्ताह के अंत तक कोहरे का असर और होने की उम्मीद जताई है।