जिलाधिकारी एमपी सिंह की अध्यक्षता में समस्त विकास खण्डों में मिशन कायाकल्प योजनान्तर्गत विद्यालयों में कराये जा रहे कार्यों की समीक्षा रायफल क्लब सभागार की गई। जहां जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारी मनिहारी को दो ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन का कार्य प्रारम्भ नहीं किये जाने पर फटकार लगाई।
साथ ही उनके नवम्बर माह का वेतन बाधित करने का निर्देश दिया। चेतावनी दी कि निर्माण कार्य 15 दिन के अंदर नहीं शुरू हुआ, तो शासन स्तर पर निलम्बन के लिए पत्राचार करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी एमपी सिंह ने मिशन कायाकल्प के तहत सभी कार्य बिन्दुओं से विद्यालयों को संतृप्त किए जाने का निर्देश दिया। इसमें किसी भी स्तर पर कोई शिथिलता नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग की मिशन कायाकल्प योजना में जुड़े सभी अधिकारी कर्मचारी आपसी समन्वय के साथ बेहतर से बेहतर रूप दें और इसके लिए अपनी पूरी तन्मयता व सक्रियता दिखायें।
जिलाधिकारी ने समीक्षा के दौरान समस्त खंड शिक्षा अधिकारियों के कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने निर्देश दिया कि संचालित कायाकल्प योजना में अन्य शेष सभी कार्यों को अनिवार्य रूप से पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। इसमें किसी भी स्तर पर कोताही व शिथिलता क्षम्य नही होगी। जिलाधिकारी ने कायाकल्प के तहत स्कूलों में टाइल्स, रैंप निर्माण, इंटरलॉकिंग, विद्युतीकरण आदि कार्यों को कराए जाने पर बल दिया। जिन-जिन विकास खण्डों में दिव्यांग शौचालय निर्माण अधूरे हैं उन ग्राम पंचायतों में एक साथ मजदूर लगाकर कार्यो में तेजी लाने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने समस्त ग्राम पंचायतों में बनाये जा रहे, पंचायत भवन व सामुदायिक शौचालय के कार्य प्रगति में असंतोषजनक पाए जाने सहायक खण्ड विकास अधिकारी पं., खंड विकास अधिकारियों को कार्य प्रगति में सुधार लाए जाने का निर्देश दिया। कहा कि जिन कार्य बिन्दुओं की प्रगति कम है, उसमें विशेष रूप से ध्यान देंते हुए कार्यों को एक सप्ताह में पूर्ण कराने का निर्देश दिया। जिन-जिन ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन का कार्य पूरा हो चुका है, वहां ग्राम सचिवालय स्थापित किया जाय। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी श्रीप्रकाश गुप्ता, पीडी बाल गोविन्द, बेसिक शिक्षा अधिकारी, समस्त खण्ड विकास अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।