सरकार से नाराजगी, किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ, खाद की किल्लत दूर करो, रवि के फसल की बुवाई को देखते हुए पर्याप्त मात्रा में खाद तत्काल उपलब्ध कराओ आदि सवालों को लेकर भाकपा (माले) ने सरजू पांडेय पार्क में धरना-प्रदर्शन किया। वक्ताओं ने कहा कि मोदी सरकार एक बार फिर देश व प्रदेश में जनता को झांसे में रखकर वोट लेना चाहती हैं। इसलिए देशभर मुफ्त का राशन बंद कर दिया है, लेकिन योगी सरकार सस्ती लोकप्रियता के लिए मार्च तक देने की घोषणा कर रही है।
उन्होंने मोदी और योगी सरकार की जन विरोधी, किसान विरोधी नीतियों के चलते समाज का हर तबका परेशान है। स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने तथा कृषि उत्पाद का लागत मूल्य सी प्लस 50 फीसद मुनाफा जोड़कर एमएसपी तय करने के साथ ही क्रय केंद्रों को चालू कर धान खरीद की गारंटी की मांग की। कहा कि रबी की फसल, आलू और गेहूं की बुवाई का समय है। किसानों को आलू, सरसों और गेहूं की बुवाई बिना डीएपी के करनी पड़ रही है।
तेज धूप के कारण खेत की नमी जा रही हैं और खाद के अभाव में खेती पिछड़ रही हैं। पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस की आसमान छूती कीमतों और अन्य वस्तुओं की महंगाई ने आम लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। उन्होंने डीएपी यूरिया की उपलब्धता सुनिश्चित कराने की और डीजल, रसोई गैस सिलेंडर, सरसों तेल, पेट्रोल सहित जरूरी उपभोग सामग्रियों के दाम आधा कम करने, काले कृषि कानूनों को रद्द कर, प्रस्तावित बिजली बिल 2020 को रद्द करने की मांग की। अंत में राष्ट्रपति को सम्बोधित 11 सूत्रीय मांग पत्र सक्षम अधिकारी को सौंपा।
धरना-प्रदर्शन को भाकपा (माले) जिला सचिव रामप्यारे राम, सीपीआई जिला सचिव अमेरिका यादव, माकपा जिला सचिव विजय बहादुर सिंह, जनार्दन राम, रामअवध राम, ईश्वर लाल गुप्ता, योगेन्द्र यादव, विरेंद्र कुमार, आजाद यादव, मनोज कुशवाहा, फुलमैन, योगेंद्र भारती, मारकंडेय, किसान महासभा के जिलाध्यक्ष गुलाब सिंह, राम शुक्ला, राम लाल, डा. रामबदन सिंह ने सम्बोधित किया। अध्यक्षता सीताराम यादव तथा संचालन अखिल भारतीय खेत व ग्रामीण मजदूर सभा के जिलाध्यक्ष नंदकिशोर बिंद ने किया।
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