'भारत रत्न' संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा अराजक तत्वों के निशाने पर आ गई है। गुरुवार की रात सरायख्वाजा थाना क्षेत्र पाल्हामऊ खुर्द गांव के पार्क में स्थापित आंबेडकर की मूर्ति अज्ञात अराजकतत्वों ने खंडित कर दी। शुक्रवार की सुबह मूर्ति का सिर धड़ से अलग देख ग्रामीण आक्रोशित हो गए। खबर लगते ही पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचकर आक्रोशित ग्रामीणों को समझाने-बुझाने का प्रयास कर रहे हैं।
पार्क के आसपास के ग्रामीणों का कहना है कि रात करीब 11:30 बजे बाइक से कोई पार्क के पास आकर रुका था। कुछ देर बाद वह कब चला गया पता ही नहीं चला। यह सोचकर कि कोई राहगीर लघुशंका समाधान को रुका होगा, किसी ने रात के समय गौर भी नहीं किया। स्थानीय लोगों द्वारा अनुमान लगाया जा रहा है कि उसी बाइक सवार ने प्रतिमा खंडित की होगी। सुबह इस बाबत जानकारी होने के बाद मौके पर मौजूद लोगों ने पुलिस को सूचना दी तो पुलिस ने पहुंचकर लोगों को शांत कराने के साथ ही मूर्ति को ठीक करने के लिए प्रशासन को सूचित कर दिया। इस दौरान लोगों से पूछताछ कर मामले की जांच पड़ताल करने के साथ ही मौके पर सुरक्षा लिए पुलिस बल की तैनाती भी कर दी गई है।
गुस्साए ग्रामीणों ने मल्हनी-छबीलेपुर मार्ग पर जाम लगा दिया। करीब एक घंटे बाद मौके पर पहुंचे एसडीएम सदर हिमांशु नागपाल और सीओ सदर रणविजय सिंह ने नई प्रतिमा लगवाने का आश्वासन दिया। साथ ही असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया, लेकिन मौके पर जमा लाेग नहीं माने। बढ़ रही भीड़ व खराब हो रही स्थिति के बीच पीएसी को भी सुरक्षा कारणों से बुला लिया गया।
पल्हामऊ खुर्द गांव में जौनपुर-मल्हनी मार्ग से सटे पार्क में भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा लगी हुई है। प्रतिमा काफी बड़ी और ऊंचाई पर थी। गांववालों का कहना है कि आए दिन जगह-जगह आंबेडकर की प्रतिमा तोड़ी जा रही है, लेकिन पुलिस की ओर से कार्रवाई नहीं की जा रही है। स्थानीय लोगों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाया। पुलिस व आम लोगों में हुई काफी देर तक हुई नोंक -झोक के बाद स्थिति कसी तरह सामान्य हुई। हालांकि दोपहर बाद तक मूर्ति तोड़ने वाले लोग पुलिस की पकड़ से दूर हैं।