सादात नगर के रेलवे स्टेशन जाने वाले मार्ग शिवकुटिया के सामने गुमटी में आग से वृद्ध व विकलांग मेवालाल (70) की जिंदा जलकर मौत हो गई। इससे स्वजन में कोहराम मच गया। मौके पर लोगों की भीड़ लगी रही। आग को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जाते रहे।
गुमटी में रहकर जूता, बैग वगैरह की सिलाई करनेवाले क्षेत्र के सरैयां निवासी मेवालाल रात्रि में उसी में सोए हुए थे। रहस्यमय परिस्थितियों में लगी आग से चपेट में आ गए और जलकर मौत हो गई। कुछ देर बाद आग की लपट देख लोग पहुंचे तब तक देर हो चुकी थी। परिजनों ने पुलिस को बिना सूचना दिए ही अंतिम संस्कार कर दिया। इसकी जद में आने से बगल में नगर के वार्ड आठ निवासी गुरु प्रसाद की भी गुमटी जलकर राख हो गई। मौत से हर कोई हतप्रभ रहा। पीड़ित परिवार को लोग ढांढस बधाते रहे। जिसे भी इसकी जानकारी हुई मौके की ओर दौड़ पड़ा।
प्राय: रात में जलाते थे मोमबत्ती: मेवाला प्राय: मोमबत्ती जलाकर ही खाना आदि खाते थे। ऐसे में लोगों ने आशंका जताई कि हो सकता है इसी की आग ज्वाला बन धधकी हो। चूंकि दुकान में सुलेशन आदि थी जो इसे जलाने में सहायक बनी होगी। बहरहाल, यह पड़ताल का विषय है। लोग मेवालाल के सहृदयता की चर्चा करते रहे। मेवालाल एक पैर से विकलांग थे। पैर का पंजा शुरू से ही टेढ़ा था। पिछले कई वर्षों से रेलवे स्टेशन रोड पर गुमटी में रहकर जूता-बैग आदि की सिलाई करते थे। वह रात में घर नहीं जाते थे।
यहीं पर खाना घर से आता था और खाकर सो जाते थे। गुमटी के ठीक सामने सड़क की दूसरी तरफ नगर पंचायत चेयरमैन प्रतिनिधि राजनाथ यादव का आवास है। देर रात्रि में वह जब किसी निमत्रंण से अपने आवास पर पहुंचे तो देखा कि गुमटी आग से घिरी है। उन्होंने तुरंत ही शोर मचाकर आसपास के लोगों की सहायता से पानी आदि से आग बुझाया, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। उन्हीं की सूचना पर परिवार के लोग भी पहुंचे। मेवालाल के दोनों बच्चों (एक लड़का व एक लड़की) की शादी हो चुकी है।