क्राइम ब्रांच व चंदौली पुलिस ने क्षेत्र के कटसिला से अंतरप्रांतीय वाहन चोर गिरोह के तीन सदस्यों को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। उनकी निशानदेही पर जनपद और बिहार से चोरी के नौ वाहन बरामद किए। इसमें आठ मारुति स्विफ्ट डिजायर और एक स्कार्पियो है। शातिर चोर एमपी के भोपाल, उज्जैन से कारें चोरी कर नंबर और रजिस्ट्रेशन बदल कर बिहार में बेच देते थे। एसपी अंकुर अग्रवाल ने शुक्रवार को पुलिस लाइन में गिरफ्तारी और बरामदगी के बारे में जानकारी दी। वहीं पुलिस टीम को 25 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की।
उन्होंने बताया कि एमपी से वाहन चोरी की जानकारी मिली थी। इस पर पुलिस सक्रिय हुई। गाड़ियों के कागज कूटरचित तरीके से वाराणसी आरटीओ कार्यालय से तैयार कराए जाते थे। दफ्तर में काम करने वाला संविदा कंप्यूटर आपरेटर मिथिलेश इसमें संलिप्त था। एक साइबर कैफे संचालक फर्जी आधार कार्ड और पैन कार्ड तैयार करता था। चोरी की गाड़ियों का वास्तविक कागज बनाकर बिहार सहित अन्य स्थानों पर बेच देते थे।
परिवहन विभाग के साफ्टवेयर में तकनीकी कमियों का फायदा चोर उठाते थे। आरटीओ कार्यालय वाराणसी को पत्र लिखकर इससे अवगत करा दिया गया है। गिरोह के सरगना मिथिलेश ने बताया कि पिछले तीन वर्षों से यह काम कर रहा है और साथियों की मदद से 20 से 25 गाड़ियों को फर्जी तरीके से रजिस्ट्रेशन कराकर बेच चुका है। पुलिस ने प्रिंटर, लैपटाप, 20 फेंक आधार कार्ड भी बरामद किया।
वाराणसी के ढेलवारिया गांव निवासी मिथिलेश कुमार मौर्य, पहाड़िया नक्खीघाट के पालचंद नियोगी, चंदौली, इलिया थाना के मनकपड़ा के शिवाजी शामिल हैं। इसके अलावा धीरज चौबे निवासी हाजीपुर वाराणसी और कमल सिंह निवासी वनखेड़ी उदयपुरा एमपी वांछितों में शामिल है।