वाराणसी एयरपोर्ट बहुप्रतीक्षित शटल बस सेवा का शुभारंभ बुधवार को सायं काल छठ पर्व के शुभ अवसर पर किया गया। शटल बस सेवा प्रारंभ हो जाने से विमान यात्रियों को धूप बरसात और ठंड से राहत मिलेगी। बुधवार को सायंकाल दिल्ली से वाराणसी पहुंचे स्पाइसजेट के विमान से आये यात्रियों को शटल बस से टर्मिनल भवन तक लाया गया।
मालूम हो कि वाराणसी एयरपोर्ट पर पिछले चार वर्षों से शटल बस सेवा प्रारंभ करने को लेकर तैयारियां की जा रही थी। कई बार भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण मुख्यालय को स्थानीय अधिकारियों द्वारा पत्र भी लिखा गया। पिछले वर्ष डीजीसीए द्वारा अनुमति मिलने के बाद अधिकारियों द्वारा खुशी जाहिर की गई थी। उसके बाद वर्तमान एयरपोर्ट निदेशक ने पिछले माह भूमिपूजन कर शटल बस के लिए व्हीकल लेन निर्माण कार्य का शुभारंभ किया था।
व्हीकल लेन का निर्माण कार्य पूरा हो जाने के बाद बुधवार को सायंकाल एयरपोर्ट निदेशक अर्यमा सान्याल ने छठ पूजा पर्व पर हरी झंडी दिखाकर शटल बस सेवा का शुभारंभ किया। दिल्ली से वाराणसी आये अभिषेक, राहुल, ममता व कई अन्य यात्रियों ने शटल बस सेवा प्रारंभ होने पर खुशी जाहिर की। अधिकारियों ने बताया कि अभी स्पाइसजेट एयरलाइंस द्वारा अपनी दो बसें लगाई गई हैं। इंडिगो एयरलाइंस द्वारा भी एक-दो दिन में बसें आ जाएंगी। अन्य सभी एयरलाइंस को भी जल्द से जल्द बसों को मंगाने के लिए बोला गया है।
शटल बस सेवा इसलिए थी जरूरी
वाराणसी एयरपोर्ट पर कुल बारह वे (पार्किंग स्टैंड) हैं, जहां विमान खड़े किए जाते हैं। टर्मिनल भवन से एप्रन की तरफ चार एयरोब्रिज हैं। एयरपोर्ट पर आने वाले अधिकतर विमानन कंपनियों का प्रयास रहता है कि उनके विमान एयरोब्रिज पर ही खड़े हों, क्योंकि एयरोब्रिज से यात्री सीधे टर्मिनल में चले जाते हैं।
वहीं जो विमान एयरोब्रिज की बजाय पुराने टर्मिनल की तरफ व अन्य वे पर खड़े होते थे वहां से टर्मिनल भवन तक आने में यात्रियों को करीब 300 मीटर तक की दूरी पैदल तय करनी पड़ती थी। धूप, बरसात और ठंड के दिनों में यात्रियों को काफी परेशानी होती थी। अब शटल बस सेवा प्रारंभ हो जाने से यात्रियों को इन परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर शटल बस सेवा बहुत आवश्यक थी। वाराणसी में कार्यभार ग्रहण करने के बाद प्राथमिकता देते हुए मैंने इसे कराया। अब यात्रियों को इसका लाभ मिलेगा।
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