प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों लोकार्पित होने के साथ रिंग रोड फेज-दो आमजन के लिए खोल दिया गया। 450 करोड़ रुपये से 17 किलोमीटर लंबे रिंग रोड के चालू होने से शहर में लगने वाले जाम से भी लोगों को राहत मिलेगी। शहर के अंदर से दूसरे जिले के लिए गुजरने वाले करीब 40 फीसद वाहन भी रिंग रोड से निकल जाएंगे। साथ ही उनके डीजल और समय भी बचेंगे। रात में धमा-चौकड़ी मचा रही ओवरलोड ट्रक दिखाई नहीं देगा। वही ट्रक दिखाई पड़ेंगे जिन्हें शहर के अंदर सामान लेकर आना है।
रिंग रोड फेज-एक शुरू होने के साथ गाजीपुर की तरफ से आने वाले पांडेयपुर, कचहरी नहीं जाकर चिरईगांव ब्लाक से कचहरी-बाबतपुर मार्ग कोइराजपुर चले जाते हैं। साथ ही गाजीपुर, बलिया, मऊ से आने वाले लिंक या सर्विस रोड से आजमगढ़, जौनपुर समेत अन्य शहरों को निकल जाते हैं। अब रिंग रोड फेज-दो शुरू होने के साथ कई जिलों के प्रदेश को भी जोड़ेगा। सबसे बड़ी बात यह है कि रिंग रोड फेज-दो शुरू होने के साथ शहरवासियों को जाम से राहत मिल जाएगी। बिहार, बंगाल, दिल्ली, लखनऊ और गोरखपुर समेत अन्य शहरों से आने वाले वाहन अब शहर में प्रवेश नहीं करेंगे। यह रिंग रोड चार नेशनल हाइवे और तीन राज्यों को आपस में जोड़ेगा।
ऐसे मिलेगा लोगों को फायदा
रिंग रोड काशिवासियों के लिए वरदान साबित होगा। बंगाल और बिहार की ओर से आने वाले वाहन राजातालाब में रिंग रोड के जरिए लखनऊ, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, गोरखपुर और एयरपोर्ट की ओर जा सकेंगे। इसी तरह दिल्ली, प्रयागराज, कानपुर, आगरा से आने वाले वाहन भी राजातालाब से गोरखपुर, जौनपुर, आजमगढ़, एयरपोर्ट जाएंगे। यदि कोई एयरपोर्ट पर उतरता है और उसे प्रयागराज जाना है तो सीधे हरहुआ, कोइराजपुर से रिंग रोड के जरिए दिल्ली, बंगाल, बिहार जाने में आसानी होगी।
रिंग रोड सीधे दोनों नेशनल हाइवे को जोड़ेगा। रिंग रोड फेज-दो का काम वर्ष 2019 में शुरू हुआ था। रिंग रोड राजातालाब में कोलकाता से दिल्ली जाने वाले नेशनल हाइवे, हरहुआ में वाराणसी-लखनऊ, पांडेयपुर मार्ग पर वाराणसी-आजमगढ़ और चिरईगांव में वाराणसी-गोरखपुर नेशनल हाइवे को जोड़ेगा। रठौना झांसी में नेशनल हाइवे में मिलने वाले रिंग रोड से चंदौली के साथ ही पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड से आने वाली गाडिय़ां भी बिना शहर में आए रिंग रोड के जरिए गोरखपुर, लखनऊ, जौनपुर, गाजीपुर और आजमगढ़ के लिए जा सकेंगे।