पूरे दिन होती रही बरसात से शुक्रवार को आम जनजीवन ठप सा हो गया। जलजमाव के कारण जहां संकट गहरा गया है वहीं फसलों को भी काफी नुकसान हुआ है। रात से ही शुरू हुई रिमझिम सुबह थोड़ी देर के लिए थमी लेकिन फिर जब शुरू हुई तो पूरे दिन चलती रही। कृषि विज्ञान केंद्र के मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन-चार दिन तक ऐसे ही बादल रहने और रिमझिम बरसात होने की संभावना है। शहर-बाजार सूने रहे।
लगातार बरसात होने से बहुत कम बच्चे ही स्कूल पहुंच पाए और जो गए भी तो भींगते हुए लौटे। पूरे दिन में 94 मिलीमीटर बरसात हुई। जगह-जगह जल-जमाव हो गया। सबसे अधिक नुकसान किसानों का हो रहा है। बाली फूट रही धान की फसलें खराब हो रही हैं और तेज हवा से ढह रही हैं। सब्जियों के पौधे सड़ जाएंगे। मुहम्मदाबाद : गुलाबी तूफान का पूरे इलाके में असर दिख रहा है।
गुरुवार की आधी रात से पूरे इलाके में बारिश होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। लगातार बारिश होने का असर सरकारी कार्यालयों में भी दिखा। कार्यालय पूरी तरह से सूने रहे। बाजार भी पूरी तरह सुनसान नजर आया। बारिश के चलते ब्लाक के मुख्य गेट पर कीचड़ व परिसर में जलजमाव होने से लोगों को नारकीय स्थिति का सामना करना पड़ा। बारिश के चलते अब धीरे-धीरे ठंड भी दस्तक देना शुरू कर दी। बारिश के चलते रघुवरगंज बाराचवर परसा मार्ग पर गड्ढों में जलजमाव से लोगों को आवागमन में काफी फजीहत हुई।
शादियाबाद क्षेत्र में गुरूवार की रात से हो रही लगातार बारिश से जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हुआ है। सड़कों व बाजारों में दिन भर सन्नाटा पसरा रहा। बारिश की वजह से क्षेत्र की बिजली सप्लाई पूरी तरह बाधित हो गई है। गुरूवार की देर रात से गुल बिजली शुक्रवार की शाम तक नही आई। लोगों के घरों में लगे इन्वर्टर बैट्री जवाब दे चुके हैं। मोबाइल इत्यादि बिजली उपकरण भी चार्ज करने के लिए लोगों को इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी पीने के पानी की हो रही है। बिजली के न रहने की वजह से पेयजल की आपूर्ति भी पूरी तरह बधित हो गई है। संबंधित अभियंता से बिजली के बारे में जानने की कोशिश की गई लेकिन संपर्क नही हो पाया।
स्कूल में पहुंचा पोखरे का पानी
बिरनो ब्लाक के देवकठियां स्थित अंग्रेजी माध्यम प्राथमिक विद्यालय में सामने स्थित पोखरे का पानी पहुंच गया है। पिछले सप्ताह भर से बच्चे सौ मीटर तक घुटने भर पानी में घुसकर किसी तरह स्कूल पहुंचते हैं। शुक्रवार को हुई बरसात ने और नरकीय स्थिति पैदा कर दिया। अब पोखरे का पानी स्कूल के अंदर जा पहुंचा है। यहां दो सौ बच्चे पढ़ते हैं और छह शिक्षक तैनात हैं। सभी के सामने स्कूल आने-जाने को लेकर विकट स्थिति पैदा हो गई है। पोखरे पर चारों तरफ से अवैध कब्जा होने के चलते इसका पानी निकल नहीं पा रहा है। इससे बरसात का पानी जमा होने से वह उबल कर सड़क पर आ गया है। ग्रामप्रधान प्रतिनिधि रबिद्र यादव ने बताया कि फिलहाल निकासी की कोई स्थाई व्यवस्था न होने से दमकल के सहारे पानी निकाला जाएगा, ताकि बच्चों के स्कल वाला रास्ता साफ हो सके।
बेमौसम बरसात ने ड्रोन सर्वे कार्य रोका
खानपुर क्षेत्र के अहलादपुर, बिझवल, नेवादा सहित आठ गांवों में होने वाला ड्रोन सर्वे कार्य बारिश की वजह से स्थगित कर दिया गया। राजस्व निरीक्षक खानपुर राजेश कुमार ने बताया कि लगातार हो रहे बरसात से भू-स्वामित्व योजना का महत्वपूर्ण सर्वे कार्य नहीं किया जा सका। लखनऊ से आयी सर्वे टीम भी बरसात की वजह से स्थानीय तहसील प्रशासन से किसी प्रकार का संपर्क स्थापित करने में नाकाम रहा। प्रतिदिन आठ गांवों के आबादी का हवाई सर्वे कार्य संपादित करना है। जिसे खराब मौसम की वजह से रोकना पड़ रहा है।