बलिया में सरयू नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। 24 घंटे में नदी का जलस्तर 27 सेमी ऊपर हुआ है। केंद्रीय जल आयोग तुर्तीपार हेड पर शनिवार सुबह 10 बजे जलस्तर 64.550 मीटर दर्ज किया गया, जबकि शुक्रवार को जलस्तर 64.280 मीटर दर्ज किया गया था। अब बिल्थरारोड के तुर्तीपार हेड पर खतरा निशान 64.010 मीटर के सापेक्ष 54 सेमी ऊपर पहुंच गया है, इसमें निरंतर बढ़ोतरी जारी है।
नदी के किनारे खतरा बढ़ गया है। तूर्तीपार, हाहानाला एवं हल्दीरामपुर के रेगुलेटरों पर नदी का दबाव बढ़ गया है। एसडीएम सर्वेश यादव ने बाढ़ चैकियों काे अलर्ट करते हुए लोगों को शाम के बाद नदी किनारे न जाने की हिदायत दी है। नेपाल की ओर से पहाड़ों पर काफी बारिश होने के बाद सरयू नदी में पानी छोडे़ जाने से नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है। नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से तैयार होने की ओर बढ़ रही फसलों के डूबने का खतरा बढ़ गया है।
जलस्तर बढ़ने से परेशानी : सरयू नदी के जलस्तर में लगातार दूसरे दिन भी बढ़ाव जारी रहा। 16 घंटे में सरयू 26 सेमी बढ़ाव की हैं। चांदपुर में जलस्तर 58 मीटर से 80 सेमी नीचे है। जलस्तर में कमी होने पर देवपुर मठिया रेगुलेटर का फाटक खोल दिए जाने से बहुत से गांव देहात की बस्तियों में पानी कम हो गया था, लेकिन अब उन इलाकों में भी पुन: जलस्तर बढ़ने लगा है।
सड़ांध से संक्रामक रोगों का बढ़ा खतरा : टोंस नदी से रसड़ा क्षेत्र के दो दर्जन गांवों में आयी बाढ़ से लोगों की राहत जरूर मिली है लेकिन सड़ांध की बदबू से संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा दवाओं का छिड़काव नहीं किया जा रहा है। क्षेत्र के प्रधानपुर, अतरसुआ, फिरोजपुर, आमघाट, बेसवान, नफरेपुर, चक चिरकिटहा सहित दो दर्जन गांवों में फसल भी नष्ट हो गई है, उसका सर्वे तक नहीं किया गया है।