त्योहारों में दिल्ली से पूर्वांचल और बिहार आने वाले यात्रियों की भीड़ बढ़ते ही रेलवे में रेकों (ट्रेन में लगने वाले कोचों का संयोजन) का टोटा पड़ गया है। उत्तर रेलवे के पास रेक नहीं है कि वह और पूजा स्पेशल ट्रेनें चला सके। ऐसे में उसने भारतीय रेलवे के सभी जोन से दर्जन भर रेक की मांग की है। ताकि, लोगों को दीपावली और छठ में घर तक पहुंचा सकें। पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर में भी उत्तर रेलवे को दो रेक देने की तैयारी चल रही है।
कुई ट्रेनों में 'नो रूम'
दरअसल, लगातार पूजा स्पेशल ट्रेनें चलने के बाद भी दिल्ली से गोरखपुर और बिहार आने वाली ट्रेनों का कन्फर्म टिकट नहीं मिल रहा। नियमित ट्रेनें पहले से ही फुल हैं। वैशाली सहित अधिकतर ट्रेनों में नो रूम (टिकटों की बुकिंग बंद) है। पूजा स्पेशल ट्रेनों के टिकट बुकिंग शुरू होते ही मिनटों में बिक जा रहे। सैकड़ों लोग दीपावली में घर पर बच्चों के साथ पटाखा फोड़ने के लिए परेशान हैं। हजारों लोग छठ में सिर पर डाला उठाने के लिए बेचैन हैं। लेकिन, रेलवे बैरन बना हुआ है। सफर और मुश्किल होता जा रहा है। यह तब है जब गोरखपुर सहित पूर्वोत्तर रेलवे के रूट से 60 पूजा स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेनें चल रही हैं।
नई पूजा स्पेशल के लिए नहीं मिल रहा गैप
दिल्ली ही नहीं पंजाब, मुंबई, पुणे, अहमदाबाद, सिकंदराबाद और चेन्नई आदि से घर आने वाले प्रवासी भी परेशान हैं। जानकारों के अनुसार नियमित के अलावा पूजा स्पेशल ट्रेनों की संख्या बढ़ जाने से पूर्वोत्तर रेलवे के गोरखपुर सहित अन्य रेलमार्ग पूरी तरह पैक हो गए हैं। नई ट्रेनों को चलाने के लिए जगह नहीं मिल पा रही। अधिकतर रूटों पर गैप (दो ट्रेनों के बीच का समय) नहीं मिलने से और नई ट्रेनें नहीं चल पा रही हैं।
लखनऊ व गोरखपुर से बिहार के लिए चलेंगी ट्रेनें
पूर्वोत्तर रेलवे उत्तर प्रदेश खासकर पूर्वांचल में रहने वाले बिहार के लोगों की सुविधा के लिए लखनऊ और गोरखपुर से बिहार के विभिन्न स्टेशनों के लिए पूजा स्पेशल ट्रेनें चलाने की तैयारी कर रहा है। यह ट्रेनें दीपावली के बाद छठ तक छपरा, नरकटियागंज, मुजफ्फरपुर और दरभंगा रूट पर चलाई जाएंगी। ताकि, लोग समय से घर पहुंच जाएं। नई ट्रेनों के लिए रेक तैयार करने, समय, मार्ग और ठहराव पर मंथन जारी है।