मौसम मे लगातार हो रहें बदलाव के कारण जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ गयी है। पर्ची काउंटर पर सुबह नौ बजे ही मरीजों सहित तीमारदारों की लंबी कतार लग रहीं है। दिन में धूप तो रात में हल्की सिहरन महसूस होने लगी है। मौसम के इस उतार-चढ़ाव के कारण जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। जांच में ज्यादातर मरीजों को वायरल फीवर की पुष्टि हो रही है। मरीजों की संख्या बढ़ने से व्यवस्था नाकाफी साबित हो रही है।
जिला अस्पताल में वर्तमान में प्रत्येक दिन छह सौ से आठ सौ मरीज मरीज विभिन्न रोगों से ग्रसित आ रहे हैं। जबकि प्राइवेट अस्पतालों पर भी काफी संख्या में मरीज पहुंच रहे हैं। जिला अस्पताल में पर्ची काउंटर पर मौसम में मरीज व तीमारदार की लंबी लाइन लग रही है। इसमें बच्चे और 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की संख्या अधिक है। लोग जुकाम, बुखार, खांसी, मलेरिया, डायरिया, एलर्जी के शिकार हो रहे हैं। बुजुर्गों में सांस फूलने और शुगर की भी समस्या सामने आई। जिला अस्पताल में डा. स्वतंत्र सिंह, डा. नारायण पांण्डेय, डा. तनवीर, डा.डा. भाष्कर सहित अन्य चिकित्सकों के पास मरीजों की कतार लग रही है।
मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि के कारण मेडिकल वार्ड के बेड़ भी फूल हो गए है। इस दौरान किसी को बाहर से दवा लिखी गई, तो किसी को अस्पताल से ही दवा उपलब्ध कराई गई है। सीएमएस डा. राजश सिंह ने बताया कि बदलते मौसम में सावधानी बरतने की जरूरत है। मौसम बदलने के दौरान खान-पान पर बहुत ध्यान देने की आवश्यकता है। संतुलित आहार और संयमित जीवन शैली के जरिये अनेक बीमारियों से अपना बचाव किया जा सकता है।