शासन से जिले के पांच में से चार कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों को कक्षा आठवीं से बढ़ाकर इंटरमीडिएट तक करने की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इन विद्यालयों में बेटियों को छात्रावास में रखकर पूरी पढ़ाई का खर्च सरकार उठाएगी। फिलहाल अभी बेटियों को आवासीय व्यवस्था में रखकर केवल आठवीं तक पढ़ाई कराई जा रही है। राज्य परियोजना निदेशालय से प्रत्येक कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के प्रांगण में लगभग 1.7 करोड़ रुपये की लागत से छात्रावास बनाने की योजना को जमीन पर उतारने का कार्य शुरू कर दिया गया है।
जिले के जिन चार कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों को अपग्रेड किया जाना है। इसमें मुहम्मदाबाद गोहना, कोपागंज, बड़रांव एवं रानीपुर शामिल हैं। रतनपुरा कस्तूरबा विद्यालय के पास भूमि की उपलब्धता कम होने से फिलहाल उसे इंटरमीडिएट तक आगे बढ़ाने की योजना पर निर्णय जनपद स्तर से बाकी है। कस्तूरबा विद्यालयों को अपग्रेड करने के लिए फिलहाल शासन से प्रत्येक कस्तूरबा विद्यालय के प्रांगण में छात्रावास बनाए जाने की तैयारी है। एक करोड़ 70 लाख रुपये की लागत से प्रत्येक कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के प्रांगण में छात्रावास बनाने के लिए शासन से यूपीपीसीएल को कार्यदायी संस्था नामित कर दिया गया है। कस्तूरबा विद्यालयों के अपग्रेड किए जाने की जानकारी से पढ़ रही बच्चियों के अभिभावकों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है।
कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों को इंटरमीडिएट कक्षाओं तक अपग्रेड किया जाना है। इसके लिए प्रत्येक कस्तूरबा पर छात्रावास बनाए जाने हैं। कार्यदायी संस्था को विद्यालय की उपलब्ध भूमि के संबंध में दस्तावेज दिए जा रहे हैं।