बिल्थरारोड रेल गड़ही में छिपे दो पशु तस्कर को पुलिस ने पब्लिक की मदद से काफी मशक्कत के बाद दबोच लिया। तस्करों ने पुलिस को पांच घंटे तक जमकर छकाया था। गड़ही से पकड़े गए मवेशी तस्करों की पहचान इरशाद और मनीष के रुप में हुई। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। पड़ोसी जनपद देवरिया के भागलपुर पुल के पास मइल थाना पुलिस से बचने के लिए चार पशु तस्कर रेलवे ट्रैक के रास्ते ही भाग निकले। जिन्हें पीछा करते हुए पुलिस बिल्थरारोड रेलवे स्टेशन के पास कुंडैल रेलवे क्रासिंग के पास पहुंच गई।
उभांव इंस्पेक्टर अविनाश कुमार सिंह और चौकी इंचार्ज सूरज सिंह की मदद से मइल थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह मौके पर पहुंचे और तस्करों को घेर लिया। पुलिस दो तस्करों को दबोचने में सफल हो गई। जबकि अन्य दो तस्कर पुलिस को धक्का देकर रेल गड़ही में कूद गए, जिसे आसपास के लोगों ने घेर लिया। तस्कर गड़ही में ही पुलिस को दो घंटे तक दलदल में फंसने का बहाना बनाकर आवाज लगाते रहे। गड़ही को चारों तरफ से पब्लिक के घेरे जाने के बाद पुलिस ने तस्करों को पब्लिक की पिटाई से बचाने के बहाने बाहर निकाला और साथ लेती गई।
छह तस्कर और 27 मवेशी पकड़े गए
मइल थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस सुबह साढ़े चार बजे से पशु तस्करों के पीछे पुलिस लगी थी। तस्कर ट्रक से करीब 27 मवेशी को बिहार तस्करी के लिए बलिया उभांव थाने के ही रास्ते भागलपुर से मइल होते हुए जाने की फिराक में थे। जिन्हें पीछा कर सुबह साढ़े चार बजे ही भागलपुर मइल के बीच में घेर लिया गया। यहां से पुलिस ने दो तस्कर को पहले ही पकड़ लिया, किंतु चार तस्कर पुलिस को चकमा देकर निकल भागे। इनमें से दो कुंडैल रेलवे क्रासिंग के पास और बाद में रेल गड़ही में छिपे दो तस्कर को पुलिस ने पकड़ लिया।