महिला सशक्तीकरण को लेकर प्रदेश सरकार की ओर से मिशन शक्ति फेज-3 का आगाज हुआ। इसके तहत शुक्रवार को इंटर कालेज की पांच छात्राओं को एक दिन के लिए जिला प्रोबेशन अधिकारी, महिला कल्याण अधिकारी, बाल संरक्षण अधिकारी, सेंटर मैनेजर और प्लेस आफ सेफ्टी अधीक्षक बनाया गया। इस दौरान अधिकारियों ने पूरे दिन अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया।
एक दिन के लिए जिला प्रोबेशन अधिकारी बनीं आयुषी सिंह इंटर की छात्रा है। इस दौरान आयुषी सिंह ने कई फाइलों का गहन निरीक्षण किया। दहेज के मामलों से संबंधित फाइल उनके सामने आई, जिसमें साल 2004 का एक शासनादेश है जिसमें सरकारी कर्मचारी या अधिकारी एक शपथ पत्र विभाग को देगा कि दहेज का लेनदेन नहीं करेगा।
इसी दौरान एक वृद्ध भी पेश हुआ जिसे कोर्ट के द्वारा प्रतिमाह प्रोबेशन कार्यालय में हर दिन हाजिरी लगाने के लिए कहा गया है। उनकी बातों को नवागत जिला प्रोबेशन अधिकारी ने सुना,वहीं महिला कल्याण अधिकारी छात्रा अंजू कुशवाहा को बनाया गया। इन्हें भी पदभार ग्रहण कराने के बाद महिला कल्याण अधिकारी नेहा राय द्वारा विभाग से संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों से मिलकर परिचय प्राप्त किया।
विभागीय कार्यों के बारे में जानकारी प्राप्त की, बाल संरक्षण अधिकारी बनीं
काजल सिंह ने अपना पद ग्रहण करते ही एक 15 वर्षीय बालक जो लगातार अपने घर से भाग जा रहा था, आज वह बाल गृह लाया गया था। काउंसिलिग करते हुए काजल ने उसे कुशल अधिकारी की तरह समझाया। इसके अलावा विभाग से जुड़े हुए कर्मचारियों से परिचय प्राप्त करने के पश्चात विभाग की फाइलों का भी अवलोकन किया। बताया कि यह हमारे लिए खुशी का पल है कि हमें आज इस पद के योग्य समझा गया। प्लेस आफ सेफ्टी अधीक्षक बनीं जिकरा खातून ने पदग्रहण करने के पश्चात आगंतुक रजिस्टर का अवलोकन कर आए हुए लोगों के बारे में विस्तृत जानकारी अपने कर्मचारियों से लिया। इसके अलावा एक बाल कैदी जिसे सुनवाई के लिए बिजनौर भेजना था, उसकी फाइल को भी देखा।
वन स्टाप सेंटर जहां पर एक छत के नीचे महिलाओं की सभी तरह की समस्याओं का निराकरण किया जाता है। वहां की सेंटर मैनेजर बनी आद्या केडिया ने बताया कि यह उनके जीवन का बहुत ही यादगार पल व अनुभव है, जो आज उन्हें मैनेजर के रूप में मिला है। वह कोशिश करेंगी कि आज के दिन जो भी महिलाएं अपनी समस्या को लेकर आएं, उसका निराकरण कर सके। इस दौरान एक महिला ने आवेदन दिया कि उसके पति उसे छोड़ दिए गए हैं।
वह अपने मायके में रह रही हैं जिसके लिए उसने निवेदन किया कि वह परिवार वालों को बुलाकर उन्हें पुन: ससुराल में भेजने की कार्रवाई की जाए। शपथ ग्रहण के दौरान नेहा राय, शिखा सिंह, लक्ष्मी मौर्य, गोपाल जी, सुशील वर्मा, गीता श्रीवास्तव, नीतू कुमारी, राजीव पालीवाल आदि रहे।