वाराणसी-गाजीपुर हाईवे पर शनिवार रात से टोल प्लाजा का आगाज हो गया। गोमती नदी निकट कैथी टोल प्लाजा अचानक शुरू हो जाने के बाद रविवार सुबह से ही वाहनों की कतार लग गई। सुबह से लगातार कतार लगी रही। बिना फास्टटैक वाले वाहनों की संख्या अधिक होने के कारण कैश पेमेंट करना पड़ा, बिना फास्ट टैग उसे भी दो गुना वसूला गया। वाहन चालक टोल से बचने के लिए ग्रामीण पगडंडियों की तलाश कर रहे हैं। नारी सशक्तीकरण के चलते टोल प्लाजा के काउंटर पर महिलाओं की नियुक्ति की गई है।
Ghazipur Toll Plaza पर वाहनों का शुल्क आसपास के टोल प्लाजा से अधिक है। इसमें हल्के चार पहिया निजी वाहनों के लिए 120 रुपये और चौबीस घंटे में वापसी पर 180 रुपये लग रहे हैं। मासिक पास वालों को 3950 रुपये देना है। हल्के मालवाहक 190 प्रतिफेरी और मासिक 6380 रुपये है।
बस और ट्रक प्रति फेरी 400 और चौबीस घंटे में वापसी पर 600 मासिक पास 13370 रुपये है। सात धुरी के व्यवसायिक वाहनों के लिए 765 प्रति फेरी और मासिक 25250 रुपये है। राष्ट्रीय राज्यमार्ग के टोल अधिकारियों ने बीस किमी के दायरे में रहने वाले स्थानीय लोगों के लिए गैर वाणिज्यिक वाहनों को 285 रुपये मासिक देना निर्धारित किया है।
यह दर टोल प्लाजा ने 72.15 किमी के परिचालन के लिए निर्धारित किया है। प्रतिदिन चौबीस घंटे में लौटने वाले गाड़ियों के लिए 25 प्रतिशत की छूट दी गई है। एक माह में पचास से अधिक बार एकतरफा यात्रा करने वाले वाहनों को 33 प्रतिशत की रियायत दी गई है। संचालक जयप्रकाश तिवारी ने बताया कि हाईवे के 3574.85 करोड़ की लागत के वसूली में टोल प्लाजा दिन रात सक्रियता के साथ सेवा दे रहा है।