गाजीपुर में शनिवार को शहर से लेकर देहात तक सात सर्किल के 25 थानों पर समाधान दिवस का आयोजन किया गया। कई जगहों पर बड़ी संख्या में प्रार्थनापत्र आए लेकिन निस्तारण नहीं हो सका। लचर निस्तारण से फरियादी मायूस होकर लौट गए, हालांकि अधिकारियों ने शीघ्र निस्तारण का आश्वासन दिया। समाधान दिवस पर अचानक भुड़कुड़ा थाना पहुंचे और जनसमस्याएं सुनी।
पुलिस अधीक्षक थाने की साफ-सफाई व बन रहे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता और प्रभारी निरीक्षक को कहा कि थाना परिषद साफ-सफाई के साथ माल मुकदमे का तत्काल निस्तारण करें। समाधान दिवस पर मिली प्रार्थना पत्रों को तत्काल उसी दिन निस्तारण करायें। साथ ही छह माह से लंबित विवेचनाओं का निस्तारण जल्द से जल्द करायें। महिला हेल्प डेस्क से फीडबैक लेते हुए जाईगांव की शीला प्रजापति पत्नी हरिद्वार प्रजापति को फोन कर समस्याओं की जानकारी ली। सत्यनारायण व दूधनाथ मौर्य के नाम दान के विवाद पर तत्काल अतिरिक्त प्रभारी विमलेश कुमार मौर्य को मौके पर भेजा गया।
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जहां उन्होंने हल्का लेखपाल के साथ मामले को निस्तारित किया। साथ ही पुलिस अधीक्षक ने कहा कि दीपावली से पहले साफ-सफाई के साथ थाना परिसर का रंग-रोगन करवा लिया जाए और मेष में मीनू के हिसाब से भोजन बनवाया जाए। साथ ही महिला शौचालय की व्यवस्था कराई जाए। अचानक थाने पर पहुंचे पुलिस अधीक्षक से अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। कुल पांच मामले आये। इसमें तीन का मौके पर ही निस्तारण किया गया। समाधान दिवस पर सभी पुलिस कर्मचारियों के साथ लेखपाल सुदर्शन यादव, दुर्ग विजय सिंह, सुखबीर सिंह, अशोक कुमार, बलवंत सिंह, रवि भूषण आदि मौजूद रहे।
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