फातमान रोड पर शुक्रवार की शाम स्कूटी सवार युवती से सोने की चेन छीन कर भाग रहे दो बदमाशों को रामनगर बंदरगाह मार्ग पर पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान दोनों बदमाशों के पैर में गोली लगी। दोनों को पुलिस ने ट्रामा सेंटर बीएचयू में भर्ती कराया। उनकी पहचान बिहार के भभुआ थानांतर्गत खलासपुर निवासी मंजूर आलम व महताब आलम के रूप में हुई। इनके पास से दो पिस्तौल, छीनी गई चेन व बाइक बरामद की गई।
चौकघाट (जैतपुरा) स्थित काटन मिल निवासी डा. बीके त्रिपाठी अपनी पुत्री दिव्या अंकुश तिवारी को एक्टिवा स्कूटी से लेकर महमूरगंज के रियल डायग्नोस्टिक में अल्ट्रा साउंड कराने जा रहे थे। इस बीच शाम करीब पांच बजे फातमान रोड पर पीछे से बाइक सवार बदमाशों ने दिव्या के गले से चेन छीन ली और बाईं तरफ कब्रिस्तान के रास्ते भाग निकले। थाने पहुंची भुक्तभोगी ने पुलिस से आपबीती सुनाई। डा. बीके त्रिपाठी की तहरीर पर लूट का मुकदमा दर्ज कर इंस्पेक्टर अनूप शुक्ला के नेतृत्व में टीम बदमाशों की तलाश में रवाना भी हो गई।
सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की मदद से टीम को पता लगा कि बदमाश रामनगर क्षेत्र की ओर भागे हैं। इसके बाद रामनगर पुलिस व क्राइम ब्रांच प्रभारी अश्वनी पांडेय को सूचना दी गई। रामनगर में दोनों बदमाश की तलाश शुरू हुई तो पता चला कि वे बंदरगाह रोड की ओर जा रहे हैं। पुलिस टीम ने घेराबंदी की तो बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में मंजूर के बाएं व महताब के दाएं पैर में घुटने के नीचे गोली लगी और दोनों गिर पड़े।
110 किमी दूर से आकर करते थे लूट
दोनों बदमाशों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वाराणसी उनका घर करीब 110 किलोमीटर दूर है। दोनों बाइक से वाराणसी में चेन छीनने के लिए आते थे। वापसी में दोनों मीरजापुर या फिर सीधे चंदौली से होते हुए जाते थे। सिगरा इंस्पेक्टर ने दोनों का आपराधिक इतिहास पता लगाने के लिए बिहार पुलिस से संपर्क किया है। इसके अलावा शहर में हुई चेन स्नेचिंग व मोबाइल फोन लूटने की अन्य घटनाओं के सीसीटीवी फुटेज से दोनों के चेहरे का मिलान किया जा रहा है। मुठभेड़ के बाद पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने पुलिस टीम की पीठ थपथपाई। उन्होंने कहा कि पुलिस टीम को पुरस्कृत किया जाएगा। अपराधियों के खिलाफ इसी तरह से कमिश्नरेट पुलिस की सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।