चंदौली सदर कोतवाली के झांसी गांव में शनिवार की सुबह मां की गोद में दूध पी रहे बच्चे को झपट्टा मारते हुए घसीटकर पागल कुत्ता ले गया। उसे काटकर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया। मां की चीख-पुकार के बाद मौके पर जुटे लोगों ने किसी तरह कुत्ते से बच्चे को बचाया। इसके बाद जिला अस्पताल में भर्ती कराया। यहां हालत गंभीर देख चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया। वहीं कुत्ते का हमला होने की जानकारी मिलने के बाद क्षेत्र में काफी दहशत का माहौल है।
पिंटू कुमार की पत्नी अपने एक साल के बच्चे शिवशंकर को घर के बाहर गोद में सुलाकर दूध पिला रही थी। इसी दौरान अचानक पागल कुत्ता घूमते हुए वहां पहुंच गया। झपट्टा मारकर बच्चे को घसीटते हुए कुछ दूर ले गया। मां यह देख चीखने चिल्लाने लगी। आसपास के लोग भागकर मौके पर पहुंचे। लोगों ने किसी तरह कुत्ते को मार पीटकर भगाया। उसके बाद किसी तरह बालक को कुत्ते के चुंगल से मुक्त कराया। इसके बाद आननफानन में लेकर अस्पताल पहुंचे।
बालक के पीठ व गर्दन पर कई जगह कुत्ते के दांत चुभने से गहरी चोटें आई हैं। चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए ट्रामा सेंटर भेज दिया। अनहोनी को लेकर गांव में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। गांव में आवारा कुत्तों का जमावड़ा होने की वजह से ग्रामीणों को बच्चों की चिंता सताने लगी है। उनकी मांग है कि प्रशासन बेसहारा पशुओं की भांति आवारा कुत्तों की भी धरपकड़ करे। ताकि इंसानों पर खतरा न रहे।
पशुपालन विभाग के पास नहीं डाटा : गांव-गिरांव में आवारा कुत्तों की भरमार है। पशुपालन विभाग की ओर से आवारा कुत्तों की न कभी गणना कराई जाती और न ही इसका कोई डाटा तैयार होता है। जिले में कुत्तों के एक विशेषज्ञ चिकित्सकों का भी अभाव है। जिले में मात्र एक ही चिकित्सक है।