सोनभद्र के रॉबर्ट्सगंज में इंडस वेयर इंडस्ट्रीज लिमिटेड चिट-फंड कंपनी खोलकर लोगों के करोड़ों रुपये हड़पने के आरोपी को रविवार शाम ईओडब्ल्यू की टीम ने गिरफ्तार कर लिया। सादात निवासी अभियुक्त कंपनी का सक्रिय एजेंट था और रॉबर्ट्सगंज के जिला अस्पताल के पास मेडिकल की दुकान चलाता था। रविन्द्र बहादुर कंपनी के बंद होते ही भाग निकला और चोरी छिपे सादात में रह रहा था। आरोपी को गिरफ्तारी के बाद पुलिस उसे वाराणसी ले गई और कोर्ट में पेश करेगी।
बता दें राबर्ट्र्सगंज कोतवाली में 15 अक्तूबर 2016 को पंकज कुमार जायसवाल ने तहरीर देकर ब्रह्मनगर निवासी आरोपी शाखा प्रबंधक चंद्र प्रकाश दुबे के विरुद्ध धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज कराया था। आरोप लगाया कि इंडस वेयर इंडस्ट्रीज लिमिटेड के सह संचालक रविंद्र बहादुर एवं शाखा प्रबंधक चंद्र प्रकाश दुबे ने कैशियर, अभिकर्ता नियुक्त करके 13 करोड़ रुपये फर्जी कूटरचित दस्तावेज के आधार पर जमा कराया।
मलौरा थाना सादात जनपद गाजीपुर निवासी आरोपी रविन्द्र बहादुर यति पुत्र चंद्रभूषण यति के खिलाफ एनबीडब्ल्यू और फरारी की उदघोषणा निर्गत थी। इसके बावजूद अभियुक्त न्यायालय में हाजिर नही हुआ। रविवार को ईओडब्ल्यू निरीक्षक सुनील कुमार वर्मा और विश्वजीत प्रताप सिंह के साथ टीम सादात थाना के मलौरा पहुंची और आरोपी रविन्द्र बहादुर को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। इंस्पेक्टर सुनील वर्मा ने बताया कि वर्ष 2011 में कंपनी खोलकर जनता को प्रलोभनकारी योजनाओं में पैसे जमा कराकर, लगभग 13 करोड़ रुपया लेकर पांच वर्ष बाद 2016 में चम्पत हो गए।