बाढ़ का पानी घटने के बाद ताड़ीघाट-मऊ रेल खंड के कार्य में तेजी आई है। पिछले सप्ताह हुई समीक्षा बैठक में केेंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आरवीएनएल और रेल विकास निगम लिमिटेड और कार्यदायी संस्थाओं के साथ समीक्षा बैठक कर मार्च 2021 से समय सीमा बढ़ाकर दिसंबर 2022 तक सोनवल स्टेशन, घाट स्टेशन, रेल ट्रैक व रोड ब्रिज, स्टेशनों के आसपास भवन, आफिस और स्टेशनों पर फुट ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य पूरा करने का निर्देश दिया था। इसको देखते हुए मशीनों और मजदूरों की संख्या बढ़ाई गई है और दो पालियों में लगातार 16 घंटे तक कार्य किया जा रहा है। यह परियोजना पूरी होने के बाद गाजीपुर और मऊ के बीच रेल खंड तैयार हो जाएगा और जिले के अलावा मऊ और बलिया के लोगों को यात्रा में काफी सहूलियत होगी।
बारह किलोमीटर लंबे ताड़ीघाट-मऊ रेल खंड परियोजना के पहले चरण की कुल लागत 1200 है। इसमें अबतक 850 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। केंद्रीय रेल मंत्री के निर्देश के बाद रेल खंड के पहले चरण का निर्माण कार्य काफी तेजी से चल रहा है। रेल अधिकारियों का कहना है कि मंत्रालय के निर्देश पर मजदूरों और कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जा रही है। वर्तमान में कार्यदायी संस्था जीपीटी के पास 180 मजदूर, एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन और पीएनडार इंफ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड के पास 150 मजदूर हैं। पहले काम आठ घंटे काम होता था लेकिन अब दो शिफ्टों में सोलह घंटे काम चल रहा है।
मशीनों की संख्या दो गुनी बढ़ा दी गई है। फिलहाल रेल खंड के प्रथम चरण का 70 फीसदी कार्य हो गया है। इस परियोजना के प्रथम चरण का कार्य 2021 तक पूरा होना था लेकिन कोरोना और बाढ़ के चलते कार्य प्रभावित हो गया था। शासन की मंशा 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले परियोजना पूरी करने की थी लेकिन यह संभव प्रतीत नहीं होने पर समय बढ़ा दिया गया। इस रेल परियोजना के पूरा होने से गाजीपुर के साथ मऊ और बलिया को सीधा फायदा होगा। आगामी विधानसभा चुनाव में इस परियोजना को व्यवसायिक और उद्योग धंधे की नजर से भी प्रस्तुत करने पर जोर रहेगा क्योंकि गाजीपुर सिटी स्टेशन और घाट स्टेशन के बीच रेल संपर्क होने के बाद पूर्वांचल व्यापारिक दृष्टि से एक बड़ा हब के रूप में विकसित होगा। क्योंकि पूर्व मध्य रेलवे एवं पूर्वोत्तर रेलवे के जुड़ने से इस रूट पर ट्रेनों का आवागमन होने लगेगा।
वहीं रेल कम रोड ब्रिज डबल डेकर में 14 पीलर हैं। इसकी स्टील स्पैन के ओपन वैब की ऊंचाई करीब 11 मीटर, चौड़ाई करीब 16.9 मीटर है। इस रेल कम रोड ब्रिज में कुल 13 स्पैन लगाए जाने हैं जिसकी कुल लंबाई करीब 1100 मीटर है। इसकी कुल वज क्षमता करीब 16000 टन है।
सुविधाओं से सुसज्जित होंगे सोनवल, घाट स्टेशन
सोनवल तथा घाट पर स्टेशन निर्माणाधीन है। घाट स्टेशन 600 मीटर लंबा होगा। प्लेटफार्म 11 मीटर चौड़ेे होंगे। यहां पांच ट्रैकों के साथ ही आवास, आफिस, फुट ओवरब्रिज आदि का निर्माण होना है। इसी तरह सोनवल स्थित निर्माणाधीन स्टेशन की लंबाई 600 मीटर, प्लेटफार्म की चौड़ाई 11 मीटर, सात ट्रैक, चार प्लेटफार्म, फुट-ओवरब्रिज, आवास, आफिस आदि का निर्माण होना है।
ताड़ीघाट-मऊ रेल खंड का कार्य पिछले सप्ताह से पूरी ताकत के साथ किया जा रहा है। अब परियोजना के पहले चरण के कार्य को दिसंबर 2022 तक पूरा करने का निर्देश दिया गया है। इस दौरान गाजीपुर सिटी स्टेशन को ताड़ीघाट-सोनवल से जोड़ दिया जाएगा। इसके बाद ट्रायल किया जाएगा।