गाजीपुर जिले के सभी थानों में शनिवार को समाधान दिवस का आयोजन किया गया। कहीं पुलिस अधीक्षक डा. ओमप्रकाश सिंह तो कहीं प्रशिक्षु आइएएस पवन मीणा ने जनसुनवाई की। इस दौरान अधिकारियों ने लोगों की शिकायतें सुनी उसका समाधान किया। पुलिस कप्तान के समाधान दिवस पर अचानक पहुंचने पर पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। सबसे अधिक भूमि विवाद संबंधित मामले आए।
मरदह थाना में पुलिस कप्तान डा. ओमप्रकाश सिंह ने लोगों की फरियादियों की फरियाद सुनी। इस अवसर पर पंड़िता में चकरोड पर नाबदान का पानी बहाए जाने की शिकायत पर लेखपाल को मौके पर जाकर समस्या के निस्तारण का निर्देश दिया। साथ ही थाना दिवस पर पड़े प्रार्थना पत्रों के तत्काल निस्तारण का निर्देश उपस्थित राजस्व कर्मियों को दिया। महिला हेल्प डेस्क का निरीक्षण कर वहां पर उपस्थित महिला सिपाही पुष्पा से पूछताछ कर आवश्यक निर्देश दिया। इस अवसर पर मरदह थानाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार राजस्व निरीक्षक एवं समस्त लेखपाल उपस्थित रहे । बिरनो : पुलिस अधीक्षक बिरनो थाना परिसर में आयोजित समाधान दिवस में भी पहुंचे। यहां भी फरियादियों की समस्याएं सुनी।
समाधान दिवस पर आये तीन प्रार्थना पत्र को मौके पर जाकर थानाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह को निस्तारित करने का आदेश दिया। साथ ही साथ लंबित पड़े हुए विवेचना को शीघ्र पूरा करने का आदेश दिया। कार्यालय की पत्रावली का अवलोकन कर साफ-सफाई करने के लिए कहा। महिला हेल्प डेस्क का निरीक्षण कर महिला अपराध संबंधित जानकारी ली। उपनिरीक्षक सुरेंद्र कुमार को आईजीआरएस का निस्तारण निष्पक्षता के आधार पर करने का आदेश दिया।
12 में दो निस्तारित
सैदपुर कोतवाली में प्रशिक्षु आईएएस पवन मीणा की अध्यक्षता में आयोजित समाधान दिवस में कुल 12 मामले आए, जिनमें मात्र दो का निस्तारण हो सका। तहसीलदार नीलम उपाध्याय ने एक मामले में एक जिम्मेदार कर्मी द्वारा लापरवाही बरतने पर उसे जमकर फटकारा और कहा कि गरीबों के मामले में ये लोग ही गड़बड़ी करते हैं। चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कार्यप्रणाली पर सुधार नहीं आया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रशिक्षु आइएएस ने भी अधीनस्थों को जनहित के मामलों को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित करने की बात कही। क्षेत्राधिकारी बलराम, प्रभारी निरीक्षक तेजबहादुर सिंह, ईओ आशुतोष त्रिपाठी, वरिष्ठ उप निरीक्षक घनानंद त्रिपाठी, लेखपाल धीरेंद्र सिंह आदि थे।