पिछले दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण टौंस नदी का जल स्तर बढ़ता जा रहा है। तटवर्ती इलाकों के समीप बसे गांव में बाढ़ की स्थिति जैसी बनी हुई है। पाली, सुरवत, अवराकोल, सिधागरघाट, बेऊकही, बडिहार सहित अन्य गांवों के सैकड़ों एकड़ खड़ी फसल डूब गयी है।
इन गांवों के नदी के किनारे बसे लोग रियायशी झोपड़ी व मकानों में पानी घुसने लगा है। इससे लोगों में काफी दहशत बना हुआ है। लोगों को 2005 में आयी बाढ का भय सताने लगा है। वर्ष 2005 में आयी बाढ़ के कारण सैकड़ों मकान बाढ़ में डूब चुके थे। हजारों लोगों को अपना घर छोड़कर जाना पड़ा था।
उस समय के दृश्य को याद कर लोग इस बार भी दहशत में हैं। पाली गांव में दर्जनों घरों में पानी घुस गया है। बगल के गांव रेता गांव के चारों तरफ पानी आ गया है। मूरत साहनी, राम प्यारे सहानी, अरविंद यादव, धनेशर राजभर, दुखन्ती राजभर, नन्हक कनौजिया, नखडू, सुबेदार कनौजिया, सुभाष, सीताराम खरवार, विरेंद्र खरवार, कमला राजभर, रमेश राजभर लोगों के घरों में पानी घुस गया है।
सीधा ग्राम पंचायत अंतर्गत मजरा खैरा के राम केवल पाल, संतु राजभर, मंटू राजभर कोडरा निवासी चंद्रभान राजभर नामवर साहनी, घूरा यादव का मकान पानी से घिर गया है। लोगों को प्रशासन से अबतक कोई मदद नहीं मिली है। इसे लेकर ग्रामीणों में आक्रोश बना हुआ है।