गाजीपुर जिला महिला अस्पताल में लंबे समय से अल्ट्रासाउंड की सुविधा नहीं है। यहां आज तक रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती ही नहीं हो सकी। अस्पताल प्रशासन की ओर से दर्जनों बार शासन को पत्र भेजकर समस्या से अवगत कराया गया है। बावजूद इसके स्थिति जस की तस बनी हुई है। मरीज निजी केंद्रों पर अल्ट्रासाउंड कराने को विवश हैं।
शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों से प्रतिदिन 150 से 200 महिला मरीज जिला महिला अस्पताल पहुंचती हैं। रोजाना 30 से 35 महिला मरीजों का अल्ट्रासाउंड कराने की आवश्यकता पड़ती है। जिला महिला अस्पताल में इसकी सुविधा नहीं होने से उन्हें निजी केंद्रों का सहारा लेना पड़ता है, जहां महंगे दामों पर वह अल्ट्रासाउंड कराने को विवश होती हैं।
सबसे ज्यादा दिक्कत का सामना आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को करना पड़ता है। जबकि अस्पताल प्रशासन दर्जनों बार शासन को पत्र भेजकर रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती की मांग कर चुका है, लेकिन इस दिशा में ठोस कदम नहीं उठाया गया। अब मेडिकल कॉलेज से संबद्ध होने पर सुविधाएं बढ़ने की संभावना अस्पताल प्रशासन जता रहा है। सीएमएस डॉ. तारकेश्वर ने बताया कि विशेषज्ञ की तैनाती नहीं होने से स्थिति जस की तस बनी हुई है। कई बार पत्र लिखकर उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है।