फुल्लनपुर रेलवे क्रासिग पर अंडरपास बनवाने के लिए समाजसेवी विवेक सिंह के नेतृत्व में दूसरे दिन भी हस्ताक्षर अभियान जारी रहा। दूसरे दिन करीब 2800 लोगों ने हस्ताक्षर कर मांगों का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि रोज बड़ी संख्या में अंधऊ बाईपास मार्ग पर फुल्लनपुर रेलवे क्रासिग को पार करते हैं। सुबह से देर रात तक ट्रेनों के गुजरने के दौरान फुल्लनपुर रेलवे क्रासिग कई बार बंद होता है और लोगों की रफ्तार थमती है। घंटों जाम के झाम से दो-चार होना पड़ता है। बावजूद इसके रेलवे प्रशासन रेलवे नियमों की अनदेखी करते हुए क्रासिग पर अंडर पास का निर्माण नहीं करा रहा है।
सरकारी आंकड़ों के हिसाब से मार्च 2019 तक रोजाना इस क्रासिग से करीब ढाई लाख लोग आवागमन करते हैं और वर्तमान में सितंबर 21 तक लगभग तीन लाख से अधिक लोग रोज इस क्रासिग से गुजर रहे हैं, लेकिन रेलवे प्रशासन की अनदेखी की वजह से विगत कुछ वर्षों से ट्रैफिक बढ़ने के बावजूद अब तक रेलवे अंडरपास का निर्माण नहीं हो सका है, जबकि रेलवे के नियमों के हिसाब से वर्षों पहले निर्माण हो जाना चाहिए था। सरकार खुद अपने बनाए नियमों का पालन नहीं कर रही है।
वहां मौजूद क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि फुल्लनपुर रेलवे क्रासिग के 200 मीटर पूरब में स्टेशन है तथा 200 मीटर पश्चिम में नया वाशिग पिट का निर्माण हो गया है। इसके चलते अब यह क्रासिग हमेशा बंद रहता है और लोगों को घंटों जाम में फंसे रहने को विवश होना पड़ता है। यदिर समय रहते अंडर पास का निर्माण नहीं कराया गया तो हम क्षेत्रीय लोग समाजसेवी के नेतृत्व में धरना-प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे। पूर्व प्रधान कमलेश यादव सोनू, चंद्रेश्वर यादव पप्पू, सूरज सिंह, अनिल सिंह, सदानंद यादव, जैद आलम, इमरान अंसारी, मनीष पांडेय, इंदीवर वर्मा, प्रदीप बिद आदि रहे।