जिले में धानापुर के किशुनपुरा पूर्व माध्यमिक विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक के सोते हुए मिलने के बाद उनकी फोटो ग्रामीणों ने फोटो खींचकर इंटरनेट मीडिया में वायरल किया था। इस प्रकरण में पूरा मामला संज्ञान में आने पर बीएसए ने संबंधित शिक्षक पर कार्रवाई की है। शिक्षा विभाग में संबंधित शिक्षक पर प्रशासनिक कार्रवाई का यह प्रकरण मंगलवार को काफी चर्चा में रहा।
जिले में शासन की सख्ती के बावजूद शिक्षकों की कार्यप्रणाली में सुधार नहीं हो रहा है। धानापुर ब्लाक के किशुनपुरा स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक की कुर्सी-टेबल पर पैर रखकर स्कूल में खर्राटे लेते फोटो इंटरनेट मीडिया में वायरल हो रही है। इस पर बीएसए ने निलंबन की कार्रवाई की है। लापरवाह शिक्षक की कारगुजारी चर्चा में है।
किशुनपुरा पूर्व माध्यमिक विद्यालय में प्रभारी प्रधानाध्यापक के तौर पर नियुक्त बृजेश सिंह की फोटो सोमवार को इंटरनेट मीडिया में वायरल हुई। इसमें वे कुर्सी-टेबल पर पैर फैलाकर स्कूल में खर्राटे लेते नजर आए। दरअसल, विद्यालय में वैक्सीनेशन कैंप लगा था। ऐसे में ग्रामीण कोरोनारोधी वैक्सीन लगवाने पहुंचे थे। इसमें कई ऐसे भी अभिभावक थे, जिनके बच्चे स्कूल में पढ़ते हैं। इन्हीं में किसी ने प्रभारी प्रधानाध्यापक की फोटो खींचकर इंटरनेट मीडिया में वायरल कर दी।
इससे शिक्षक की कारगुजारी उजागर होने के साथ ही शिक्षा विभाग की खूब किरकिरी हो रही है। बीएसए सत्येंद्र कुमार सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच कराई। जांच में लापरवाही स्पष्ट होने पर निलंबन की कार्रवाई की है। इससे खलबली मच गई है। उन्होंने बताया कि शिक्षकों को स्कूल अवधि में पठन-पाठन के साथ विभागीय कामकाज निबटाने का दायित्व सौंपा गया है। स्कूल अवधि के दौरान सोए हुए पाया जाना गंभीर लापरवाही है। इस पर शिक्षक के विरूद्ध कार्रवाई की गई है। शिक्षक ईमानदारी के साथ दायित्व निभाते हुए शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने का प्रयास करें।