गाजीपुर जनपद के जमानियां कोतवाली क्षेत्र के चितावनपट्टी गांव में बुधवार की दोपहर शव दफनाने को लेकर दो पक्ष आमने-सामने हो गए। आनन-फानन तहसीलदार घनश्याम और क्षेत्राधिकारी हितेंद्र कृष्ण सहित जमानियां व सुहवल पुलिस मौके पर पहुंच गई। राजस्व टीम द्वारा सरकारी अभिलेख में कब्रिस्तान दर्ज होने की बात पर शव को कब्रिस्तान में दफनाया गया। इसके बाद दोनों पक्ष वापस हुए।
गांव निवासी इस्तियाक (50) का मंगलवार की रात निधन हो गया। बुधवार की दोपहर स्वजन गांव स्थित कब्रिस्तान में शव दफनाने के लिए पहुंचे तो गांव के कास्तकार भी पहुंच गए और शव को दफनाने से रोकने लगे। इस पर विवाद बढ़ा तो मामला अधिकारियों तक पहुंचा। इस्तियाक के स्वजन ने बताया कि कुछ वर्ष पहले भी शव को इसी स्थान पर दफन किया गया तो कास्तकारों ने कोई आपत्ति नहीं की, अब विरोध कर रहे हैं।
वहीं कास्तकारों का कहना था कि यह जमीन कब्रिस्तान की नहीं है। इसलिए शव को दफनाने से रोका गया। तहसीलदार घनश्याम ने बताया कि खसरा में जमीन कब्रिस्तान के नाम से दर्ज है। शव को कब्रिस्तान में दफना दिया गया। अब कोई विवाद नहीं है। लेखपाल को जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है।