नोएडा में एक विवाहिता की संदिग्ध परिस्थित में हुई मौत पर उसके परिजनों ने नंदगंज थाना पर ससुराल पक्ष के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर अड़ रहे। नोएडा से मृतका का शव आते ही थाना गेट पर बड़ी संख्या में ग्रामीणों के साथ परिजन पहुंच गये। इसे देख थानाध्यक्ष ने किसी तरह यह मौत की घटना यहां का नहीं होना बताते हुए परिजनों व ग्रामीणें को समझाकर उन्हें शांत कराया। इसके बाद परिजन शव का चोचकपुर घाट पर उसका अंतिम संस्कार किया।
कोतवाली मुहम्मदाबाद निवासी मंजू पुत्री सुखराम की शादी 15 मई 2015 को अवधेश बिन्द पुत्र अमरनाथ निवासी इमिलिया किशोहरी के साथ हुई थी। जहां दोनों नोएडा के सेक्टर 45 बाल गिरी मंदिर सदरपुर में किराए के मकान में रहते थे। अवधेश बिन्द दिल्ली में नौकरी करता था। वहीं 23 सितम्बर को मंजू की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गयी।
मृतिका मंजू के भाई शशिकांत बिन्द ने नोएडा सेक्टर 39 में पति अवधेश बिन्द, देवर राजू, ससुर अमरनाथ व सास अमला देवी के खिलाफ मंजू की हत्या करने का आरोप लगाते हुए नामजद मुकदमा दर्ज किराया। मृतिका को एक 5 वर्षीय पुत्र सत्यम है। शव नोएडा में पोस्टमार्टम के बाद शव मायके पक्ष को सौंप दिया गया था।
नोएडा से मंजू का शव एम्बुलेंस से ज्यो ही नंदगंज थाना आया वहीं मायका पक्ष से आये भारी संख्या में ग्रामीण एंबुलेंस को घेर लिया और ससुराल पक्ष के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। जबकि यह घटना नोएडा की थी। इसलिए थानाध्यक्ष सत्येन्द्र राय ने आक्रोशित परिजनों व ग्रामीणों को किसी तरह समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया। ग्रामीणों व परिजनों की भीड़ इस मामले को लेकर करीब आधे घंटे तक थाना गेट पर जुटी रही।