वाराणसी से औड़िहार के रास्ते मऊ ट्रैक पर रविवार को रेलवे की ओएचई (ओवर हेड इलैक्ट्रिक) तेज हवाओं के बीच टूट गई। ओएचई लाइन क्षतिग्रस्त होने से अप और डाउन रेल रूट पर करीब दो घंटे तक ट्रेनों का संचालन ठप हो गया। गेट संख्या 26-सी के निकट बिजली सप्लाई ठप होने से अप लाइन पर ट्रेनें जहां तहां रुक गईं। रूट पर कॉशन जारी कर कई ट्रेनें जहां की तहां खड़ी हो गई। रेलवे स्टेशन ने आनन फानन कंट्रोल रूम को सूचना दी, जिसके बाद औड़िहार से टॉवर बैगन टीम के इंजीनियर मौके पर पहुंचे और ओएचई की मरम्मत की।
लगभग दो घंटे की मशक्कत के बाद रूट पर यातायात शुरू हो सका। इसके चलते कृषक एक्सप्रेस के साथ ही गोरखपुर और छपरा इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेनें विलंबित हुई। इस दौरान ट्रेनें रुकने से सवार और स्टेशन पर इंतजार करने वाले यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
सादात रेलवे स्टेशन के गेट संख्या 26-सी के निकट ओएचई तार टूटने से मऊ-वाराणसी रेलमार्ग पर रविवार की शाम करीब दो घंटे से अधिक समय तक रेल परिचालन बाधित रहा। इसके चलते कृषक एक्सप्रेस के साथ ही गोरखपुर और छपरा इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेनें विलंबित हुई। गेट संख्या 26-सी के पास ओएचई तार का इंसुलेटर टूटा देखकर गेटमैन नौशाद ने शाम करीब छह बजे स्टेशन मास्टर संजय कुमार को इसकी सूचना दी।
स्टेशन मास्टर ने कंट्रोलर को सूचना दी, जिसके बाद विभाग अलर्ट हुआ। कृषक एक्सप्रेस को माहपुर में रोक दिया गया, तो छपरा इंटरसिटी और गोरखपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस भी अलग-अलग स्टेशनों पर रोक दी गयी। आनन-फानन में औड़िहार से टीआरडी टीम टावर बैगन लेकर मौके पर पहुंची।
काफी मशक्कत के बाद करीब आठ बजे तार को मरम्मत कर परिचालन योग्य बनाया गया। उधर आरपीएफ प्रभारी निरीक्षक नरेश कुमार मीणा भी हमराहियों के साथ मौके पर पहुंचकर छानबीन किये। जांच में पता चला कि किसी अवांछनीय तत्व की हरकत नहीं बल्कि बंदरों द्वारा किये गए छेड़छाड़ का नतीजा है। टूटे तार को दुरस्त कर की गई टेस्टिंग के बाद ट्रेनों का परिचालन पुनः सुचारू हुआ।